जयनगर. नगर क्षेत्र में प्रस्तावित आरओबी फ्लाई ओवरब्रिज परियोजना से लगभग पांच सौ से अधिक मकान और दुकानों के प्रभावित होने की संभावना है. विकास समिति के संयोजक शंभू गुप्ता ने कहा कि स्थानीय नागरिकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा रेलवे गुमटी पार करने के लिए केवल एक छोटे ‘रोड ओवर ब्रिज’ की मांग की गई थी, ताकि न्यूनतम भूमि और संरचना प्रभावित हो, लेकिन विभाग ने इसे एक बड़े फ्लाईओवर का रूप दे दिया. जिससे पूरे नगर के कई रिहायशी और व्यापारिक क्षेत्र खतरे में आ गया है. विकास समिति के सदस्य दिनेश जांगिड़ ने कहा कि सरकार और विभाग ने इस परियोजना से भविष्य में होने वाले सामाजिक और आर्थिक नुकसान को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है. विभाग ने अब तक कोई सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन भी नहीं कराया है. जिससे सैकड़ों छोटे व्यापार बंद होने की कगार पर आ जाएंगे. वक्ताओं ने कहा कि विभाग और सरकार तक इस मुद्दे को अनेक ज्ञापनों और प्रत्यक्ष मुलाकातों के माध्यम से पहुंचाया गया है. कहा कि 16 जुलाई को शहीद स्मारक, शहीद चौक, जयनगर पर एक शांतिपूर्ण धरना का आयोजन किया जाएगा. जिसके माध्यम से जनता की आवाज को लोकतांत्रिक ढंग से सरकार तक पहुंचाया जा सके. समिति ने नगर के सभी नागरिकों, व्यापारियों और जागरूक नागरिक समूहों से अपील की है कि इस जनहित के आंदोलन में शामिल होकर अपने नगर की अस्मिता और भविष्य की रक्षा करें. मौके पर आशु आर्यन, अनुराग मुरारका, हनुमान प्रसाद मोर, गोविंद जोशी, दिनेश जांगिड़, अनुराग गुप्ता, राहुल सुरेका सहित कई लोग शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है