मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान को ले डीएम ने न्याय मित्र संघ, सरपंच व पंच संघ, ग्राम कचहरी सचिव संघ के साथ की बैठक आम लोगो से सीधे जुड़कर न्याय मित्रों एवं कचहरी सचिव मतदाताओं को करें जागरूक मधुबनी . समाहरणालय के सभागार में जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने सोमवार की अपराह्न में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 2025 को लेकर ग्राम कचहरी सरपंच, ग्राम कचहरी सचिव, पंच एवं विकास मित्रों के साथ बैठक की. मतदाताओं में जागरूकता लाने तथा सत्यापन के क्रम में वांछित डॉक्यूमेंट की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई. बैठक में डीएम ने कहा कि इस विशेष पुनरीक्षण में मतदाता सूची के अद्यतन कार्य में ग्राम कचहरी की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास निवास या पहचान संबंधी दस्तावेजों की कमी है, उनके लिए वंशावली एक वैकल्पिक दस्तावेज के रूप में है. वंशावली ग्राम कचहरी से बनना है. इसके लिए डीएम ने सभी ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों को निर्देश किया कि वंशावली निर्माण के लिए जैसे ही कोई आवेदन प्राप्त हो, उस पर प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करें. इसके साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मतदाता पुनरीक्षण से संबंधित प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता बनाए रखें. डीएम ने कहा कि पंचायत स्तर पर ग्राम कचहरी और कचहरी सचिव की सक्रिय भागीदारी से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कोई भी योग्य नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रहे. इस दौरान डीएम ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर चुनाव आयोग के निर्देश पर कार्रवाई तेज़ कर दी गई है. यह अभियान 25 जून से 26 जुलाई 2025 तक चलेगा. इसके तहत मतदाताओं के पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एसएमएस भेजे जा रहे हैं ताकि नागरिकों को मतदाता सत्यापन के लिए जागरूक किया जा सके. इसके बावजूद आम लोगो से सीधे जुड़े विकास मित्रों एवं पंचायत सचिव को भी मतदाताओं को जागरूक करना है. बताते चले कि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान में बीएलओ घर घर जाकर मतदाताओं से गणना प्रपत्र भरवा कर जमा लेंगे. गणना प्रपत्र को भरकर मतदाता सत्यापित जरूरी दस्तावेजों के साथ बीएलओ को जमा करेंगे. जिसे बीएलओ को चुनाव आयोग के एकिनेट एप पर लोड करना होगा. वहीं जिला पंचायत राज पदाधिकारी राकेश कुमार ने वंशावली निर्माण की प्रक्रिया, आवश्यक प्रारूप और सत्यापन की विधियों की विस्तृत जानकारी दी. उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रशांत शेखर ने निर्वाचक बने रहने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत एन्यूमरेशन फार्म के भरने व इसके साथ लगने वाले दस्तावेज के बारे में जानकारी दी. पुनरीक्षण क्यों जरूरी बताते चले कि बिहार में पिछला विशेष गहन पुनरीक्षण वर्ष 2003 में किया गया था. लेकिन वर्तमान में शहरीकरण, प्रवासन, नए मतदाताओं की संख्या में वृद्धि, मृतकों के नामों का अद्यतन न होना और अवैध नागरिकों के नाम सूची में होने जैसी समस्याओं के चलते यह पुनरीक्षण आवश्यक हो गया है. पुनरीक्षण की मुख्य तिथियां -25 जून से 26 जुलाई 2025: घर-घर सर्वेक्षण-1 अगस्त 2025: प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन -1 अगस्त से 1 सितंबर 2025: दावा-आपत्ति दाखिल करने की अवधि -30 सितंबर 2025: अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन. बैठक में न्यायमित्र संघ से अरुण कुमार झा, संतोष कुमार ठाकुर, सोनू निषांत, ललन चौधरी, अवधेश सिंह, दिपेद्र कुमार, सरपंच संघ से रहमत आलम, संतोष कुमार झा, बबली देवी, सूर्य नारायण यादव, सचिव संध से दिलीप पंडित, बिहारी राम, महेश मंडल, हरिवंश ठाकुर सहित ग्राम कचहरी संघ, न्यायमित्र संघ एवं कचहरी सचिव संघ के अध्यक्ष उपस्थिति थे.
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