मधवापुर.
पिरोखर में हुई सड़क दुर्घटना में हुई दो लोगों की मौत के बाद घटनास्थल पर करीब पांच घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला. ग्रामीणों ने डायल 112 की टीम पर घटना का आरोप लगाते हुए मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जुटे थे. जितने मुंह उतनी बातें. पुलिस के पहुंचते ही उसे स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके, स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी.करीब तीन घंटे तक घटनास्थल पुलिस छावनी में तब्दील
करीब तीन घंटे तक के लिये पिरोखर गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गयी. माहोल बेकाबू हो रहा था. हालत यह रहा कि लोगों के आक्रोश को देखते हुए तीन चार थाना की पुलिस को घटना स्थल पर मोर्चा संभालने के लिये भेजा गया. पूरा गांव पुलिस छावनी बन गया. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस बल को जब बेकाबू भीड़ के विरोध का सामना करना पड़ा, तो कई थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को संभालने की कोशिश की. लेकिन लोग और भी उग्र होते जा रहे थे. तथा पुलिस पर पत्थरबाजी करना शुरु कर दिया. इस क्रम में कई पुलिसकर्मी को हल्की चोटें भी आयी. तब पुलिस को हवाई फायरिंग करना पड़ा. एसडीपीओ अमित कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति की जानकारी ली तथा लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत कराया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है