मधुबनी . समाहरणालय के सामने सागासा संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले मधुबनी जिला के तमाम आवास कर्मियों का 16 सूत्री मांगों को लेकर तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा. धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे मधुबनी जिला के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि सरकार एवं विभाग से लगातार आरजू मिन्नत के बाद भी हम लोगों के हक हकूक पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हम लोग अल्प मानदेय में कार्य करने को विवश हैं. जिससे हमारे परिवार के भरण पोषण में कठिनाई महसूस हो रही है. सरकार को चाहिए समय रहते मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें. आवास कर्मियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर ने कहा कि लड़ाई अब आर पार की है. हमारा हक़ है सम्मानजनक वेतनमान, यह सरकार को देना होगा. आखिर कब तक हम लोग दूसरों का घर बनाते बनाते अपने घर के लिए भटकते रहेंगे. इस अल्प मानदेय में परिवार के लिए रोटी कपड़ा जुटाना भी मुश्किल हो रहा है. इसलिए सरकार से आग्रह है हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. जिला संयोजक चंद्रभूषण चंदन ने कहा कि आवास कर्मियों में सबसे वरीय है आवास पर्यवेक्षक जो सभी उच्च डिग्री धारी हैं. फिर भी हमलोगों को अल्प मानदेय में कार्य करना पड़ रहा है. जिलाध्यक्ष दिलीप चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा को पास कर एक दक्ष प्रखंड लेखापाल की हैसियत रखते हैं. लेकिन यह कागजी खानापूर्ति है. पर्यवेक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विद्यानंद ने कहा कि हमलोग सरकार के सामने उचित मांग रखे है. धरना स्थल पर प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर यादव, जिलाध्यक्ष धीरेंद्र किशोर ठाकुर, जिला कोषाध्यक्ष अब्दुस शहनवाज, जिला उपाध्यक्ष शंकर मिश्रा, जिला संयुक्त मंत्री महेश प्रसाद सिंह, कार्यालय मंत्री राजीव ठाकुर, संयोजक चंद्रभूषण चंदन, हरेंद्र ठाकुर, रजनीश कुमार, रवि कुमार, वीरेंद्र मंडल, आशुतोष झा, पूजा कुमारी, पंकज कुमार, खुर्शीद आलम, अरविंद श्रीवास्तव, सी रामकुमार, राजकुमार निराला, प्रदीप कुमार सिंह, एजाज अहमद, सुरेंद्र पांडेय सहित दो सौ से अधिक की संख्या में आवाज कर्मी उपस्थित थे.
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