बेनीपट्टी. प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण तरीके से आपसी भाईचारे के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मुहर्रम मनाया गया. रविवार की देर शाम ताजिया मिलान के साथ लोगों ने मुहर्रम का पर्व मनाया. जहां विभिन्न अखाड़ों से ताजिया के साथ लोग एकत्रित हुए और सभी अखाड़ों से आये ताजिया का मिलान किया गया. इस दौरान विघि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर सभी चौक चौराहों पर दंडाधिकारी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों को प्रतिनितियुक्त की गई थी. पर्व के दौरान सामाजिक सौहार्द व विधि व्यवस्था में कोई असामाजिक तत्व खलल न डाल दें इसके लिये विभिन्न जगहों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस बल द्वारा निगरानी की जाती रही. बताते चलें कि बेनीपट्टी मुख्यालय के अलावे प्रखंड के कछड़ा, बेहटा, सोहरौल, मेघवन, नजरा, बसैठ, सुन्हौली, रजघट्टा, मकिया, विशनपुर, गंगुली, मधवापट्टी, महमदपुर, कपासिया व केसुली सहित विभिन्न गांवों में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम मनाया गया. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ताजिया के साथ जुलूस निकालकर पर्व को मनाया. युवाओं की टोली अपने तलवार और लाठी सहित विभिन्न हथियारों से करतब दिखाते नजर आये. महिलाओं और बच्चों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. हसन और हुसैन के नामों को बार-बार दोहराया जाता रहा. वहीं हिंदू समुदाय के कई लोगों ने भी शांतिपूर्वक पर्व मनाने में सहभागिता प्रदान की. महिलाएं भी झूम झूम कर हाय हाय के जेतै हाजीपुर के जेतै पटना नामक गीत गाती रही. कहा जाता है कि नेकी और इंसानियत की रक्षा के लिए करवाला के युद्ध में इमाम हुसैन साहब शहीद हो गए थे. उन्ही की याद में मुहर्रम मनाया जाता है. एसडीएम शारंग पाणि पांडेय, बीडीओ महेश्वर पंडित, सीओ धर्मदेव चौधरी, सर्किल इंस्पेक्टर नीरज कुमार वर्मा, बेनीपट्टी थानाध्यक्ष शिव शरण साह व अरेर एसएचओ नेहा निधि सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी भी पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए निगरानी करते रहे. प्रखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण तरीके से आपसी भाईचारे के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मुहर्रम मनाया गया. रविवार की देर शाम ताजिया मिलान के साथ लोगों ने मुहर्रम का पर्व मनाया. जहां विभिन्न अखाड़ों से ताजिया के साथ लोग एकत्रित हुए और सभी अखाड़ों से आये ताजिया का मिलान किया गया. इस दौरान विघि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर सभी चौक चौराहों पर दंडाधिकारी के साथ भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों को प्रतिनितियुक्त की गई थी. पर्व के दौरान सामाजिक सौहार्द व विधि व्यवस्था में कोई असामाजिक तत्व खलल न डाल दें इसके लिये विभिन्न जगहों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस बल द्वारा निगरानी की जाती रही. बताते चलें कि बेनीपट्टी मुख्यालय के अलावे प्रखंड के कछड़ा, बेहटा, सोहरौल, मेघवन, नजरा, बसैठ, सुन्हौली, रजघट्टा, मकिया, विशनपुर, गंगुली, मधवापट्टी, महमदपुर, कपासिया व केसुली सहित विभिन्न गांवों में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम मनाया गया. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ताजिया के साथ जुलूस निकालकर पर्व को मनाया. युवाओं की टोली अपने तलवार और लाठी सहित विभिन्न हथियारों से करतब दिखाते नजर आये. महिलाओं और बच्चों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. हसन और हुसैन के नामों को बार-बार दोहराया जाता रहा. वहीं हिंदू समुदाय के कई लोगों ने भी शांतिपूर्वक पर्व मनाने में सहभागिता प्रदान की. महिलाएं भी झूम झूम कर हाय हाय के जेतै हाजीपुर के जेतै पटना नामक गीत गाती रही. कहा जाता है कि नेकी और इंसानियत की रक्षा के लिए करवाला के युद्ध में इमाम हुसैन साहब शहीद हो गए थे. उन्ही की याद में मुहर्रम मनाया जाता है. एसडीएम शारंग पाणि पांडेय, बीडीओ महेश्वर पंडित, सीओ धर्मदेव चौधरी, सर्किल इंस्पेक्टर नीरज कुमार वर्मा, बेनीपट्टी थानाध्यक्ष शिव शरण साह व अरेर एसएचओ नेहा निधि सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी भी पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए निगरानी करते रहे.
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