मधुबनी. शहर में बिजली की खपत तेजी से बढ़ रही है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल चार से पांच मेगावाट खपत बढ़ गयी है. इस कारण पीएसएस में लगे ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ रहा है. कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि मधुबनी में अभी 10 एमबीए पावर का तीन ट्रांसफार्मर लगा हुआ है. पीएसएस में लगे ट्रांसफार्मर पर पर अधिकतम 80 फीसदी लोड दिया जा सकता है. पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी के कारण पीएसएस ओवर लोड में चल रहा है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि मधुबनी में अगर नया पीएसएस निर्माण नहीं किया जाएगा तो बिजली आपूर्ति करना मुश्किल हो जाएगी. नए पीएसएस के लिए वीरसायर में स्थल चयन कर लिया गया. नए पीएसएस बनाने के लिए पावर कंपनी द्वारा एजेंसी भी बहाल कर दी गायी है. पोलिकाव एजेंसी को वीरसायर में 20 एमबीए पावर ग्रिड बनाने को लेकर जब चयनित स्थल पर गया तो वहां पर स्थानीय लोगों ने विरोध किया. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि नए पावर ग्रिड को लेकर स्थल के लिए एनओसी को लेकर पंडौल के अंचलाधिकारी को पत्र लिखा गया है. उन्होंने कहा कि अगर नया पीएसएस नहीं बनेगा तो जिस तरह से उपभोक्ता की संख्या में वृद्धि हो रही है. बिजली आपूर्ति करना मुश्किल हो जाएगा. एक ही पीएसएस पर ज्यादा लोड होने के कारण ट्रांसफार्मर का टेंपरेचर को सही रखने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रही है. पिछले साल के अपेक्षा इस साल तीन सौ ज्यादा उपभोक्ता शहर में हो गये है. शहर में कई होटल मॉल सहित आवासीय परिसर में भी बिजली खपत बढ़ गई है. लेकिन पावर ग्रिड की क्षमता नहीं बढ़ी.
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