मधुबनी. स्थानीय परिसदन में बुधवार को मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण के लिए राजद के प्रदेश कमिटी ने जिले में पहुंचकर दल के जिला इकाई के सदस्यों के साथ बैठक की. राजद जिलाध्यक्ष रामाशीष यादव की अध्यक्षता एवं जिला कमिटी के संयोजक सह पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र यादव, ब्रजभूषण मंडल, भोला साह के उपस्थिति में बैठक हुई. वहीं, पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने चुनाव आयोग की आलोचना कर कहा कि आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की सलाह के बावजूद बिहार में मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया में आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड को शामिल नहीं किया है. गहन पुनरीक्षण के लिए पटना से आये सदस्यों ने बैठक के बाद पत्रकारों कहा कि बिहार में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) फॉर्म बांटने के काम में गड़बड़ी कर रहे हैं. कई लोगों को फॉर्म जमा करने की रसीद तक नहीं दी गयी है. पूरी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है. चुनाव आयोग पुनरीक्षण में जो दस्तावेज मांगा रहा है वह अधिकतर लोगों के लिए देना असंभव है. सुरेंद्र प्रताप यादव ने कहा कि 2003 से अब तक बिहार में ज्यादातर समय भाजपा-जेडीयू गठबंधन (एनडीए) की सरकार रही है. क्या इस दौरान फर्जी वोटर जोड़े गए. उन्होंने आरोप लगाया कि अब जब उन्हें हार का डर है तो वे मतदाताओं को सूची से बाहर करने की कोशिश कर रहे हैं””””. मौके पर उपाध्यक्ष रामकुमार यादव, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष रेणु यादव, इंद्रजीत राय, उमेश राम,टोला साह तुरहा, ब्रजमोहन मंडल, ललिता कुमारी, राज कुमार यादव, पूर्व प्रमुख ईश्वर गुरमैता सहित राजद के कई सदस्य उपस्थित थे.
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