मधुबनी.
आषाढ़ मास में मौसम की मार व पूरबा बयार के बाद भी लोगों गर्मी से राहत नहीं मिल रही. बुधवार सुबह की शुरुआत सूर्य की तपिश भरी किरणों से हुई, हालांकि दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में बादलों की आंख मिचौली होती रही. गर्मी का आलम जस का तस रहा. शाम में तेज हवा एवं आसमान में छाए बादल घिरते देख लोगों को गर्मी से निजात मिलने की उम्मीद है. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में 29 जून तक जिले में बारिश होने की संभावना नहीं है. आलम यह है कि बुधवार को भी पारा 34 डिग्री सेल्सियस रहा. तापमान में वृद्धि के साथ ही गर्म हवा के थपेड़ो से भीषण गर्मी का एहसास होने लगा है. विगत 7 दिनों के तापमान पर गौर करें तो गुरुवार को 33.8, शुक्रवार को तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस, शनिवार को 32.6 डिग्री सेल्सियस, रविवार 35.5 डिग्री सेल्सियस, सोमवार को 32.2 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को 30.2 डिग्री सेल्सियस एवं बुधवार को 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. मौसम का मिजाज अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में आम आदमी की परेशानी बढ़ सकती है. आलम यह रहा कि सदर अस्पताल के ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बुधवार को 470 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इलाज के लिए आने वाले मरीजों एवं परिजनों को चिकित्सकों ने गर्मी एवं मौसम में हो रहे परिवर्तन उत्पन्न होने बाली समस्याओं से सतर्कता बरतने की सलाह दी है.सदर अस्पताल में मरीजों की बढ़ी संख्या
भीषण गर्मी एवं बदलते मौसम के कारण सदर अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार एवं पेट दर्द से पीड़ित मरीजों का की संख्या बढ़ने लगी है. इसमें सबसे अधिक मेल ओपीडी में सर्दी खांसी, बुखार, पेट दर्द,बीपी से पीड़ित 165 मरीज, स्त्री एवं प्रसूति रोग आईपीडी गायनिक 136, आर्थोपेडिक ओपीडी में 140, आईं ओपीडी में 34, चाइल्ड ओपीडी में 30 व डेन्टल ओपीडी में 15 मरीज शामिल थे. मेल ओपीडी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि भीषण गर्मी से उत्पन्न हीटवेव एवं मौसम में हो रहे बदलाव से कुछ सावधानी बरतकर अपने को सुरक्षित रखा जा सकता है.470 मरीजों का काटा गया पर्ची
बुधवार को सदर अस्पताल के ओपीडी काउंटर पर 470 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें मेल ओपीडी में 165 मरीजों का इलाज डॉ. संतोष कुमार ने किया. कहा कि वर्तमान समय में सर्दी खांसी बुखार व पेट दर्द से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है. ऑर्थोपेडिक ओपीडी में डॉ. मेराज अशरफ ने कहा कि वर्तमान समय में अधिकांश मरीज कमर दर्द व पेट दर्द से पीड़ित थे. गायनिक ओपीडी की डॉ. रागिनी ने कहा कि गर्भवती महिला सहित महिला रोग से संबंधित 136 मरीजों को इलाज कर उचित सलाह दी गई. सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने कहा हीट वेब एवं भीषण गर्मी को देखते हुए सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस सहित अन्य प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं का भंडारण किया गया है. कुछ सावधानी बरत कर लू और गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. तेज गर्म हवा में बाहर जाने से बचें, नंगे बदन और नंगे पैर धूप में न निकलें. घर से बाहर पूरी आस्तीन के और ढीले कपड़े पहनकर निकलें. जिससे कि शरीर में हवा लगती रहे.ज्यादा टाइट और गहरे रंग के कपड़े नहीं पहनें. सूती कपड़े पहनें. सिंथेटिक, नायलॉन और पॉलिएस्टर के कपड़े नहीं पहनें. खाली पेट घर से बाहर नहीं जाएं और ज्यादा देर भूखे रहने से बचें. धूप से बचने के लिए छाते का इस्तेमाल करें. इसके अलावा सिर पर गीला या सादा कपड़ा रखकर चलें. चश्मा पहनकर बाहर जाएं. चेहरे को कपड़े से ढक लें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है