मधुबनी.
बरसात शुरू होने के साथ ही डेंगू व चिकनगुनिया के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है. इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि डेंगू – चिकनगुनिया से निपटने के लिए विभागीय निर्देश के आलोक में जुलाई माह को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जाएगा. प्रभारी उपाधीक्षक सदर अस्पताल, प्रभारी उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव के लिए जनमानस को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है. डेंगू व चिकनगुनिया नियंत्रण के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 बेड तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2-2 बेड डेंगू वार्ड के लिए सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है. सभी बेड को एंटी मासक्युटो मच्छरदानी युक्त रखना है. साथ ही संबंधित मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में दवा की व्यवस्था सभी अस्पतालों में उपलब्ध रखने का निर्देश दिया गया है. डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि मरीजों के पुष्टि होने पर मरीज के निवास स्थान के 500 मीटर क्षेत्रों मे जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा टेक्निकल मालाथिऑन से फागिंग कराया जाएगा. साथ ही इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को एक्टिव सर्विलांस करने का निर्देश दिया गया है. ताकि नए मरीजों की खोज की जा सके.एंटी डेंगू माह के रूप में मनेगा जुलाई माह
जुलाई माह को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाने की तैयारी कर ली गई है. डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता सहित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जन समुदाय से उचित योजना के तहत डेंगू की रोकथाम एवं गतिविधि में सहभागिता ली जाएगी. मच्छर प्रजनन स्थलों को चिह्नित कर मच्छर प्रजनन रोकने के उपाय के बारे में आम जनता को जागरूक किया जाएगा. पानी की टंकी तथा घरों के अंदर साफ पानी जमा करने के बर्तनों को ढककर रखने, दिन में मच्छरों के काटने से बचाव को लेकर व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय को अपनाने, विद्यालय में डेंगू पर आधारित कुछ विशेष गतिविधि क्वीज, ड्राइंग कंप्टीशन एवं लेखन प्रतियोगिता जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा.एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू
डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर दिन में काटता है, और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है. तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द और आंखों के पीछे दर्द होना डेंगू का प्रारंभिक लक्षण है. इसके अलावा त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक- मसूढ़ों या उल्टी के साथ रक्त स्राव होना एवं काला पैखाना होना डेंगू के लक्षण हैं. यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है, तो उसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे व्यक्तियों को डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करनी चाहिए. दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करने के साथ मच्छर भगाने वाली क्रीम या दवा का प्रयोग दिन में भी करना चाहिए. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें. घर के सभी कमरों को साफ- सुथरा रखें. टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज में पानी जमा नहीं होने दें. पानी टंकी और घर के आसपास अन्य जगहों पर भी पानी नहीं जमने दें. कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करें. गमला, फूलदान का पानी हर दूसरे दिन बदल दें. घर के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता जरूरी है. मॉल व दुकान चलाने वाले लोग भी खाली जगहों पर रखे डिब्बे व कार्टन में पानी जमा नहीं होने दें.
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