मधुबनी. रहिका प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय नाजिरपुर में 316 से अधिक बच्चे काफी पुराने और जर्जर भवन में पढ़ाई करने को विवश हैं. विद्यालय भवन की जर्जर हालत से बच्चे क्लास में जाने से घबराते हैं. लेकिन उसी में पढ़ने के अलावे उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. जब विद्यालय आते है तो बच्चों व शिक्षकों का बार बार भवन के जर्जर छत व दीवाल की तरफ ही ध्यान लगा रहता है. पाली से लेकर आठवीं क्लास तक के बच्चों की यहां पढ़ाई की व्यवस्था है. बरामदे की छत का प्लास्टर, ईंट आदि टूट टूट कर अक्सर गिरते रहते हैं. प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा एक बच्चे के सामने ही गिर गया. स्कूल प्रधान का कहना है कि हर वक्त हादशे की संभावना बनी रहती है.
दिखाई देने लगा है सरिया
विद्यालय नाजिरपुर का भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया है. जगह-जगह प्लास्टर उखड़कर गिर चुके हैं. कई बार प्लास्टर टूटकर गिरने की वजह से बच्चे भी चोटिल हुए हैं. एचएम संजय कुमार ने कहा कि मरम्मत के लिए बार-बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं. उन्होंने कहा कि 4 नवंबर 2024 से अभी तक तीन बार लिखित आवेदन और व्हाट्सएप के माध्यम से कई बार सूचना देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. विद्यालय भवन की छत से सीलिंग प्लास्टर टुकड़ों में गिर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है