अंधराठाढ़ी . प्रखंड के भगवतीपुर मखाना प्रोसेसिंग यूनिट के शिलान्यास के पांच साल बाद भी मखाना प्रोडक्ट का उत्पादन नहीं हो सका है. यह यूनिट लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के स्फूर्ति योजना के तहत लगाया गया है. इस प्रोसेसिंग केंद्र के तैयार करने के लिए प्राकलित राशि 3 करोड़ 3 लाख रूपये है. जबकि अलग से 27 लाख रूपये सखी संस्था की तरफ से खर्च की गयी थी. गौरतलब है कि उत्पादन और प्रोसेसिंग के साथ-साथ मखाना उत्पाद की ब्रांडिग यहां से होना था. इससे क्षेत्र के मखाना उत्पादक किसानों को उनके उत्पाद का अच्छा मूल्य मिलता. मधुबनी के मखाना का स्वाद विदेशों में भी भेजा जाता. यहां प्रतिवर्ष 2500 टन मखाना प्रोसेसिंग का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें मखाना का गुड़ी धोने, भुनने, पोपींग करने, फ्लेवर्ड के साथ-साथ पैकेजिंग करके स्वत: तैयार हो जाता. इस केंद्र से जिले के लगभग आठ सौ लोग सीधे जुड़कर विभिन्न प्रकार से लाभान्वित होते. सखी संस्था की सचिव सुमन सिंह ने कहा कि मशीन एक्सेस नहीं कर रहा है. बिजली की भी समस्या आ रही है. प्रोपर तरीके से अभी चालू नहीं हुआ है. ट्रायल अभी चल रहा है. बहुत जल्द मखाना प्रोडक्ट का उत्पादन शुरू होने की संभावना है.
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