मधुबनी.
डीआरडीए (विकास शाखा) कार्यालय में अब सभी कर्मियों को वेतन का भुगतान बायोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही किया जाएगा. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. नव पदस्थापित उप विकास आयुक्त सुमन प्रसाद साह ने गुरुवार को कर्मचारियों की उपस्थिति व्यवस्था की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की ‘इन’ और ‘आउट’ दोनों हाजिरी बायोमेट्रिक मशीन से दर्ज होनी चाहिए. जुलाई माह का वेतन भी केवल उसी स्थिति में मिलेगा जब उपस्थिति पूर्ण रुप से बायोमेट्रिक आधारित हो.बायोमेट्रिक के रख रखाव पर नाराजगी
डीडीसी ने बायोमेट्रिक मशीनों के पूर्व के खराब रखरखाव पर नाराजगी जताई और कहा कि संबंधित कर्मी या अधिकारी इसकी जिम्मेदारी तय करें. उन्होंने निर्देश दिया कि मशीन खराब है तो उसे तत्काल मरम्मति कर क्रियाशील बनाया जाना चाहिए. कर्मी ने जानकारी दिया कि लाइन कटने पर मशीन से डेट व समय डिलिट हो जाता है. जिसपर डीडीसी ने नाराजगी जताया और निर्देश दिया कि नए बायोमेट्रिक का अधिष्ठापन शीघ्र करें. इसके अलावा उन्होंने कार्यालय स्तर पर फर्नीचर, बैठने की व्यवस्था और अन्य सामग्रियों के रखरखाव को लेकर भी चिंता जताई. सभी संबंधित को सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कार्यालय के सभी संभाग में सुविधाओं का अभाव कर्मियों की कार्यक्षमता पर भी असर डालता है. इसलिए समय रहते व्यवस्था दुरुस्त करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है