मधुबनी. जिले में अब मछली उत्पादन एवं उसकी बिक्री के साथ ही ताजी मछलियों की होम डिलिवरी भी की जायेगी. इसके लिए सरकार की ओर से मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना की शुरूआत की गई है. इसके तहत मत्स्य परिवहन योजना से क्षेत्र के मत्स्य विक्रेताओं को 50 फीसदी अनुदान पर आइस बॉक्स लगे तीन पहिया वाहन उपलब्ध कराये जाएंगे. जिसकी कीमत तीन लाख रुपये है. लेकिन लाभुकों को 1.5 लाख ही वहन करने होंगे. जिससे घर-घर ताजी मछलियों की बिक्री करने में आसानी होगी. वहीं, संसाधन मिलने से मत्स्य विक्रेताओं के लिए रोजगार के नये द्वार भी खुलेंगे. इससे मत्स्य विक्रेताओं की वार्षिक आमदनी में भी बढ़ोतरी होगी. इस योजना का लाभ मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्य एवं अन्य वर्ग के मछुआ, एससी-एसटी, जीविका समूह एवं मत्स्य व्यवसाय से जुडे एफएफपीओ को मिलेगी. इसके लिए मत्स्य विक्रेता विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. जिसमें उन्हें आवेदन के साथ मत्स्य बिक्री केंद्र सहित अपना फोटोग्राफ एवं स्वहस्ताक्षरित घोषणा पत्र समर्पित करना होगा. आवेदन के बाद लाभुकों का चयन उप मत्स्य निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा की जायेगी. पहले फेज में प्रखंडों से एक-एक मत्स्य विक्रेताओं का चयन योजना के लिए किया जाएगा. जिला मत्स्य पदाधिकारी अंजनी कुमार ने कहा कि मछली उत्पादन और बिक्री के साथ ही अब ताजी मछलियों की होम डिलिवरी भी होगी. सरकार ने मुख्यमंत्री मछुआ कल्याण योजना की शुरूआत की है. विक्रेताओं को 50 फीसदी अनुदान पर आइस बॉक्स लगे तीन पहिया वाहन मिलेंगे. इससे मत्स्य विक्रेताओं की आमदनी भी बढे़गी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है