जमुई जिले के गिद्धौर ब्लॉक के मौरा गांव में सोमवार रात चैती दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान अफरातफरी मच गई. भारी भीड़ और अव्यवस्था के कारण 12 श्रद्धालु जलते हुए अग्निकुंड में गिर गए, जिसमें 9 लोग हल्की चोटों के साथ झुलस गए, जबकि 3 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं. हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी और भय का माहौल बना रहा.
पूजा स्थल पर उमड़ी थी भीड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूजा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी. विसर्जन की रस्म के दौरान अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई और इसी अफरातफरी में कुछ लोग संतुलन खो बैठे और अग्निकुंड में गिर पड़े. घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया गया.
एक महिला को पटना किया गया रेफर
हादसे में बुरी तरह झुलसीं महिलाओं में रेणु देवी (पत्नी लखन यादव) और उनकी मां मुलखी देवी शामिल हैं, जबकि एक अन्य महिला की पहचान अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी है. 70 वर्षीय मुलखी देवी की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) रेफर कर दिया गया.
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घायलों का इलाज जारी : पुलिस
गिद्धौर थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया. सभी घायलों का इलाज जारी है और वे अब खतरे से बाहर हैं. इस घटना के बाद गांव के लोगों ने पूजा आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के बेहतर इंतजाम की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके.