Motihari: मोतिहारी.
महिला एवं बाल विकास निगम तथा जिला प्रशासन द्वारा अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत श्री सोमेश्वर नाथ मंदिर अरेराज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें बाल विवाह के दुष्परिणाम स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव और इसके कानूनी प्रावधान के बारे में जानकारी दी गयी एवं मंदिर प्रबंधक द्वारा किए गए पंजीकरण रसीद की जांच की गयी. मौके पर मंदिर परिसर लगभग 12 जोड़ों का विवाह सम्पन्न होते हुए देखा गया एवं उनके उम्र का सत्यापन करने पर उन्हें बालिग पाया गया. अक्षय तृतीया के मौके पर बाल विवाह की घटनाओं को रोकने हेतु यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसकी जानकारी आईसीडीएस डीपीओ कविता कुमारी ने दी. जिला परियोजना प्रबंधक वीरेन्द्र राम के द्वारा बताया गया कि बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है. जिसे समाप्त करने हेतु हम सभी को मिलजुल कर प्रयास करने की आवश्यकता है. साथ ही सभी पुरोहित एवं धर्म गुरुओं तथा उपस्थित आमजन से अपील किया गया कि बाल विवाह की सूचना 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) एवं 181 (महिला हेल्पलाइन) नंबर पर या संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को देना है. मौके पर बीडीओ आदित्य नारायण दीक्षित, सीडीपीओ कुमारी रीना सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक, महिला एवं बाल विकास निगम, केंद्र प्रशासक, ओएससी जेंडर विशेषज्ञ, डीएचइडब्लू, काउंसलर, ओससी, लेखा सहायक, महिला पर्यवेक्षिका, श्रद्धालु, पुजारी, विवाहित जोड़े एवं आम जनता उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है