Bihar News: मणिपुर में हुई फायरिंग में शहीद हुए मोतिहारी के वीर सपूत रवि रंजन का पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव पूर्वी सिसवा पहाड़पुर प्रखंड पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया. हजारों की संख्या में लोग अपने लाल को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़े. भारत माता की जय और वीर शहीद अमर रहें के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा.
गांव में छाया मातम, नम आंखों से दी गई विदाई
जैसे ही शहीद का शव गांव पहुंचा पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था तो वहीं आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे. हर आंख नम थी और माहौल बेहद गमगीन हो गया. ग्रामीणों का कहना था कि रवि रंजन बचपन से ही बहादुर थे और देशसेवा का सपना देखते थे. उनकी शहादत पूरे गांव के लिए गर्व की बात है, लेकिन इस अकस्मात घटना से हर कोई स्तब्ध है.
राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए कई राजनीतिक दलों के नेता भी पहुंचे. कांग्रेस जिलाध्यक्ष ई० शशि भूषण राय उर्फ गप्पू राय ने शहीद के पिता राजाराम प्रसाद से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि यह क्षति सिर्फ परिवार की नहीं, बल्कि पूरे जिले की है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी शहीद के परिजनों से फोन पर बात कर संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
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मणिपुर फायरिंग की घटना में दो जवान शहीद, आठ घायल
गौरतलब है कि 13 फरवरी की रात करीब साढ़े आठ बजे मणिपुर के CRPF कैंप में आपसी विवाद के चलते हुई अंधाधुंध फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए थे और आठ अन्य घायल हुए थे. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और CRPF समेत पूरे सुरक्षा बलों में शोक की लहर दौड़ गई है.