Motihari: रक्सौल.
वीरगंज में नेपाल चिकित्सक संघ (एनएमए) द्वारा सरकार के प्रति आक्रोश प्रकट करते हुए मंगलवार को भी देशभर की स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखने का निर्णय लिया गया है. संघ का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों के प्रति कोई गम्भीरता नहीं दिखाई, इसलिए अब आकस्मिक और सघन उपचार को छोड़कर सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रहेंगी. संघ ने चिकित्सकों को स्थानीय प्रदर्शन स्थलों पर सुबह 11 बजे एकत्र होकर धरना देने का आह्वान किया है. साथ ही, सभी चिकित्सकों से अनुरोध किया गया है कि वे मंगलवार शाम तक अपनी नेपाल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की प्रमाणपत्र प्रतिलिपि संघ को ईमेल करें ताकि उसे काउंसिल में सामूहिक रूप से सौंपा जा सके. सोमवार को नारायणी अस्पताल समेत नेपाल के अस्पतालों में आकस्मिक सेवा को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहीं, जिससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी. दूर-दराज से इलाज के लिए आए मरीजों को बिना इलाज के ही लौटना पड़ा और भर्ती मरीजों को भी जरूरी सेवाएं नहीं मिल सकीं. इस दौरान वीरगंज में चिकित्सकों ने एक रैली निकालकर उपभोक्ता अदालत के हालिया फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज किया. नेपाल चिकित्सक संघ के महासचिव डॉ. संजीव तिवारी ने कहा कि सरकार चिकित्सकों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है और कानूनी संशोधन की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि स्थिति की असहजता के लिए हम क्षमाप्रार्थी हैं लेकिन इसकी जिम्मेदारी नेपाल सरकार की है. संघ ने स्वास्थ्य सेवा को अन्य सेवाओं के साथ शामिल करने के प्रावधान को हटाने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है