मोतिहारी. पवित्र माह रमजान के अखिरी जुमा यानी अलविदा की नमाज शुक्रवार को जिले भर के मस्जिदों में अदा की गयी. रोजेदारों ने रोजे रखे और निर्धारित समय पर मस्जिद पहुंच जुमा की नमाज अदा की.वक्फ बिल के खिलाफ अकीदतमंदों ने काली पट्टी बांध नमाज की सभी अरकानों को पूरा किया. शहर के मेनरोड जामा मस्जिद,अगरवा,चिकपट्टी,मठिया,अगरवा,जानपुल व बंजरिया समेत जिले भर के मस्जिदों में अकीदतमंदों की काफी भीड़ रही और नमाज के बाद देश में अमन शांति व तरक्की के लिए दुआएं मांगी गयी. शहर के जमा मस्जिद में निर्धारित समय पर अजान होने के साथ अकीदतमंदों की भीड़ पहुंचने लगी. भीड़ इस कदर बढ़ गयी कि मुख्य मार्ग पर नमाज अदा करनी पड़ी. इससे पूर्व इमाम ने रमजान की फजीलत बयान की और कहा कि पवित्र महीना हमारे बीच से अलविदा हो रहा है. वहीं नमाज को ले जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकस रहा. डीएम सौरभ जोरवाल,नगर आयुक्त सौरभ सुमन यादव सहित कई वरीय अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी तमाम तरह की गतिविधियों पर नजर रखे रहे और जिलेवासी अमन शांति के बीच नमाज अदा करें,इसके लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहे. डीएम जामा मस्जिद पहुंचे और नमाजियों से मुलाकात की.इस दौरान अंजुमन इस्लामिया के सचिव प्रो. अनवारूल हक व सदस्यों टोपी पहनाकर व गमछा ओढ़कर अपने डीएम का इस्तेकबाल किया.
अफगानी,तुर्की व बंगलादेशी टोपी की बढ़ी डिमांड
रमजान का महीना अब गुजरने में काफी कम समय रह गया है. ईद की तैयारियां तेज हो गयी है. सेवईयों व कपड़ों के साथ टोपियों की बिक्री बढ़ गयी है. अधिक डिमांड को देखते हुए अफगानी,तुर्की व बंगलादेशी टोपी मंगायी गयी है. शहर के जामा मस्जिद सहित कई इलाकों में एक से बढ़कर एक आकर्षक टोपिंया बिक रही है. जामा मस्जिद मरकजी बुक डिपो व इत्र हाउस के संचालक हाफिज मोबारह हुसैन ने बताया कि अभी के समय मेें अफगानी व तुर्की टाेपी लाेग अधिक पंसद कर रहे हैं. वहीं बंगलादेशी टोपी भी अपनी जगह बनाये हुई है. 50 रूपये से लेकर सात सौ रूपये तक की टोपी बिक रही है.
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