Motihari: चकिया. नगर परिषद भी सोमवार से सूबे के वैसे नगर निकायों के साथ जुड़ गया है जहां विद्यालयों में बच्चों के लिए स्वयंसेवी संस्था द्वारा पीएम पोषण योजना के तहत पका पकाया भोजन उपलब्ध करायी जाती है.पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसकी शुरुआत नगर परिषद के क्षेत्राधीन 21 विद्यालयों से शुरू की गई है.इसको लेकर बनझूला स्थित केन्द्रीयकृत रसोई घर का शुभारंभ सोमवार को डीपीओ प्रहलाद प्रसाद गुप्ता ने अन्य पदाधिकारियों के साथ फीता काट कर किया. बताया कि शिक्षा विभाग पीएम पोषण योजना को शैक्षणिक कार्यों में लगे शिक्षकों से अलग करना चाहता है ताकि उनके अनुभवों का उपयोग बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में किया जा सके. विद्यालयों में पीएम पोषण योजना को लेकर पूर्व की तरह प्रधानाध्यापकों की जिम्मेदारी बनी रहेगी.एमडीएम के गुणवत्ता की जांच दो स्तर पर होगी.विधालयों में कार्यरत रसोइयों की जिम्मेदारी एनजीओ द्वारा उपलब्ध कराए गए एमडीएम को पूर्व की भांति बच्चों के बीच अपने हाथों से परोसने की होगी.विभाग द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद कुछ विद्यालयों को और जोड़ा जाएगा.नगर परिषद क्षेत्र में इसके लिए ग्रामीण विकास सेवा संस्थान नामक स्वयंसेवी संस्था को अधिकृत किया गया है .संस्था प्रतिनिधि लोकेश कुमार ने बताया कि यहां पूर्ण रूप से आधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर भोजन तैयार किया जाएगा.जिसको बनाने में केवल आरओ के पानी का प्रयोग किया जाएगा.भोजन पूरी तरह स्टीम से तैयार होगा.उन्होने बताया कि इस केन्द्रीयकृत रसोई घर में लगभग 70 हजार बच्चों के लिए भोजन बनाने की व्यवस्था है.फिलहाल करीब पांच हजार बच्चों के लिए एमडीएम बनाया जा रहा है.इस मौके पर डीपीएम शिव कुमार,बीआरपी जितेन्द्र कुमार,किरण कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.
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