Motihari: मोतिहारी.
जिले की महिलाओं के लिए एक बड़ी सुविधा की शुरुआत हो गयी है. अब महिला उत्पीड़न की शिकार पीड़िताओं को सहायता के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी. जिले के राजा बाजार कचहरी रोड स्थित नये भवन में वन स्टॉप सेंटर की शुरुआत बुधवार से हो गयी है. यह सेंटर पहले आईसीडीएस (समेकित बाल विकास परियोजना) कार्यालय परिसर में संचालित होता था, लेकिन अब इसे स्वतंत्र भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है ताकि गोपनीयता और कार्य की प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके. वन स्टॉप सेंटर का उद्देश्य महिला हिंसा की शिकार पीड़िताओं को एक ही स्थान पर सभी जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराना है. इसमें कानूनी सहायता, काउंसलिंग, पुलिस हेल्पलाइन, चिकित्सा सुविधा और अस्थायी आश्रय जैसी सेवाएं प्रदान की जाती हैं. इसके अलावा यदि किसी महिला को तत्काल राहत या संरक्षण की आवश्यकता होती है, तो उसे तुरंत शेल्टर में रखा जाएगा. ट्रेंड काउंसलर द्वारा पीड़िता को मानसिक और सामाजिक सहयोग भी दिया जाएगा, जिससे वह भयमुक्त होकर आगे की कानूनी प्रक्रिया में भाग ले सके. वन स्टॉप सेंटर में कार्यरत कर्मी अब आईसीडीएस कार्यालय से अलग होकर विशेष रूप से केंद्र के कामकाज में लगेंगे. इससे उनके कार्य में व्यवधान नहीं होगा और पीड़िताओं को गोपनीय वातावरण में सहायता मिलेगा. यह केंद्र घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, यौन उत्पीड़न, एसिड अटैक, बाल विवाह या मानव तस्करी जैसी घटनाओं से पीड़ित महिलाओं की मदद के लिए तैयार किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशन में यह कार्य संचालित होगा. नोडल पदाधिकारी कविता कुमारी ने कहा कि यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण और त्वरित न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे पीड़िताओं को एक ही छत के नीचे आवश्यक सहायता मिल सकेगी और न्याय की प्रक्रिया तेज होगी. जिले में यह सेवा महिला सुरक्षा को लेकर लोगों में भरोसा बढ़ाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है