Motihari: रक्सौल . शहर में जल संकट जारी है.अधिकांश वार्ड में चापाकल सुख चुके हैं. पूंजीपति लोग अपने-अपने घर के सामने समरसेबल बोरिंग लगवा रहें है, लेकिन वैसे परिवार जिनको दो समय रोटी की व्यवस्था करना भी मुश्किल है, उनके लिए समरसेबल बोरिंग तो क्या चापाकल भी लगवाना संभव है. ऐसे में पानी की समस्या से परेशान लोगों को एकमात्र सरकार की नल-जल योजना का सहारा है. रक्सौल नगर परिषद के सभी वार्ड में नल-जल की आपूर्ति अभी नहीं है. ऐसे में वाटर टैंक के माध्यम से जो आपूर्ति की जा रही है उससे लोगों की परेशानी थोड़ी कम तो हो रही है, लेकिन यह भी पानी घर-घर तक नहीं पहुंच पा रहा है. जल बिना लोगों का जीवन जंजाल बन गया है. सबकी निगाहे आसमान की तरफ है कि कब बारिश होगी और भू-जल का स्तर सुधरेगा यदि एक सप्ताह के अंदर बारिश नहीं होती है तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है. मौसम पूर्वानुमान भी बारिश को लेकर सटिक जानकारी नहीं दे पा रहा है. शनिवार को जारी अपडेट के अनुसार बुधवार से बारिश होने की संभावना जतायी जा रही है. देखना होगा कि बुधवार को बारिश होती है या नहीं. हालांकि सोमवार व मंगलवार को भी हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है.
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