Motihari:
मोतिहारी.
सदर प्रखंड कार्यालय में बुधवार को स्वच्छता पर्यवेक्षण ग्रामीण 2025 को लेकर एक अहम बैठक सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. सत्येन्द्र परासर ने किया. इस अवसर पर बताया गया कि स्वच्छता पर्यवेक्षण ग्रामीण एक व्यापक भारतीय ग्रामीण स्वच्छता मूल्यांकन सर्वेक्षण है. जिसे जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है. यह सर्वेक्षण वर्ष 2020–21 से 2025–26 तक “स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ” के चरण-2 के तहत किया जा रहा है. कार्यशाला में बताया गया कि यह मूल्यांकन एक समग्र मूल्यांकन उपकरण के रूप में तैयार किया गया है. जिसका उद्देश्य है सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और जिलों की स्वच्छता स्थिति का आंकलन करना और राष्ट्रीय रैंकिंग प्रदान करना है. इसके अंतर्गत साफ-सफाई, शौचालय उपयोग, ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन जैसे बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. बैठक में संबंधित पदाधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को अभियान से जुड़ी तकनीकी जानकारी दी गई और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि गांवों में स्वच्छता मानकों का कड़ाई से पालन हो. कार्यशाला में प्रखंड समन्वय गणेश कुमार, पंचायत सचिव, स्वच्छता दूत समेत अन्य कर्मी उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है