Motihari: मोतिहारी. एमारत -ए- शरिया बिहार,झारखंड,कोलकाता व उड़ीसा के आह्वान पर आगामी 29 जून को पटना के गांधी मैदान में आयोजित वक्फ बचाओ, दस्तूर बचाओ सम्मेलन ऐतिहासिक होगी और चंपारण से अप्रत्याशित भीड़ शामिल होगी. वक्फ संशोधन कानून किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है और जो कुर्बानी इसके लिए देनी होगी,मुसलमान तैयार है. सम्मेलन की सफलता को ले शहर केे जामा मस्जिद में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उलेमाओं ने कहा कि वक्फ इस्लाम का एक अहम हिस्सा है और इसे बचाना उम्मत की जिम्मेवारी होगी. सदारत कर रहे काजी मुफ्ती रेयाज अहमद कासमी ने कहा कि वक्फ रहेगा,तभी हमारी मस्जिदें,ईदगाहें,ख्वानकाहें व अन्य मजहबी संस्थानें सुरक्षित रहेंगी. वक्फ कानून को रद्द करने की मांग को लेकर अमीर-ए-शरियत सैयद अहमद वली फैसल रहमानी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज पूरी तरह से एकजूट है और पटना पहुंचने की तैयारी में है. मौके पर मौलाना मो. इम्तेयाज रहमानी,सीनियर सहाफी ओजैर अंजुम,डॉ.के आलम,मौलाना सज्जाद आलम कासमी,मौलाना बरकतुल्लाह मोजाहीरी, डॉ. कासीम अंसारी,अशरफ अली खान,डॉ.शमीमुल हक,हामिद जफर,सरफराज अहमद,मौलाना अरशद कासमी,तारिक जफर,कारी नूर आलम समेत बड़ी संख्या में उलेमा व मुस्लिम समाज के लोग मौजूद थे.
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