Motihari: मोतिहारी. केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में 17 सूत्री मांगों को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक के द्वारा बुधवार को एक दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया गया, जिससे नकदी निकासी, जमा एवं अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुयी. इससे करीब 300 करोड़ का ट्रांजेक्शन बाधित रहा. इस हडताल में जिले के सार्वजनिक बैंक, निजी बैंक, ग्रामीण बैंक और सहकारी बैंकों के कर्मचारी शामिल थे. हड़ताली बैंककर्मियों द्वारा ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक एवं सेंट्रल बैंक के बलुआ टाल स्थित प्रशासनिक कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन का नेतृत्व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक के जिला संयोजक डीएन त्रिवेदी ने की. प्रदर्शन में बैंककर्मी विशाल कुमार, संदीप कुमार, प्रेम कुमार, चंदन कुमार, धनंजय भारती, तरुण कुमार, राहुल रवि, प्रेमचंद्र कुमार, अरुण कुमार, अजय कुमार सिंह, रोहित कुमार, अविनाश कुमार, आलोक कुमार सहित अन्य ने भाग लिया. इन कर्मचारियों के मांगों में पुरानी पेंशन योजना को पुन. लागू करना, आउट सोर्सिंग पर रोक लगाना, पांच दिवसीय बैंकिंग व्यवस्था लागू करना, ग्रामीण बैंक के आइपीओ पर प्रतिबंध लगाना तथा कॉरपोरेट लोने की सख्त वसूली जैसे मुद्दे शामिल थे.
बंदी से बाहर रहा भारतीय स्टेट बैंक
भारतीय स्टेट बैंक मोरल सपोर्ट किया, परंतु हड़ताल में शामिल नहीं रहा. उक्त आशय की जानकारी एसबीआईओए मोतिहारी के रीजनल सेक्रेंट्री विकास रंजन ने दी. इस बैंक के माध्यम से ग्राहकों ने लेन-देन किया.
डाकघर भी बंदी से रहा बाहर
डाक विभाग का कार्यकाल अन्य दिनों की तरह संचालित रहा. लोगों ने अपनी जमा निकासी डाक विभाग के माध्यम से किया. डाक अधीक्षक डॉ आशुतोष आदित्य ने बताया कि हमारी सभी शाखाएं संचालित रही.
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