22.5 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

रेफर के नाम पर निजी नर्सिंग होम पहुंचाये जा रहे मरीज, बिचौलियों के कब्जे में मुंगेर के सदर अस्पताल

Bihar News: मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी सेवा पर बिचौलियों की सक्रियता इतनी अधिक हो गयी है कि यहां मरीजों को रेफर कराने और निजी नर्सिंग होम तक पहुंचाने के लिए बोली लगती है. पर, जिम्मेदार पूरी तरह मौन हैं. इसके कारण सदर अस्पताल में कभी भी गोलीबारी की पुनरावृत्ति हो सकती है और विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है.

अमित झा/ Bihar News: मुंगेर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से लेकर पुरुष व महिला वार्ड, प्रसव वार्ड, आइसीयू और एसएनसीयू तक बिचौलियों का कब्जा है. बिचौलियों में एक ओर जहां कुछ गिने-चुने स्वास्थ्यकर्मी व निजी नर्सिंग होम के तथाकथित लोग हैं, वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट एंबुलेंस चालक भी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. इतना ही नहीं सरकारी स्तर पर चलने वाले एंबुलेंस के चालक, सदर अस्पताल के निजी सुरक्षा गार्ड भी बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं. रात के समय अस्पताल आने वाले जरूरतमंद रोगियों को इमरजेंसी वार्ड में रेफर कराने का खेल शुरू हो जाता है. इतना ही नहीं कई चिकित्सक भी नाइट ड्यूटी में अपने ब्रोकर को रखते हैं, जो रेफर मरीजों की जान मुश्किल में बता कर निजी नर्सिंग होम भेजते हैं. हद तो यह है कि बिचौलिये इमरजेंसी, आइसीयू, पुरुष वार्ड और महिला वार्ड में भर्ती मरीजों के बीच ही स्वास्थ्यकर्मी बन उनकी तीमारदारी करते हैं और झांसे में लेकर निजी नर्सिंग होम पहुंचा देते हैं.

ड्रेस कोड का नहीं हो रहा पालन, अनधिकृत लोग कर रहे काम

सदर अस्पताल में ड्रेस कोड का पालन नहीं होने से आम आदमी आसानी से फर्जी स्वास्थ्यकर्मियों के झांसे में आ जाता है और इनकी सलाह मानने लगता है. इसके बाद उनका आर्थिक शोषण शुरू होता है. अस्पताल प्रशासन की उदासीनता का आलम यह है कि इमरजेंसी वार्ड में हर शिफ्ट में आधा दर्जन लोग अनधिकृत रूप से काम करते हैं. चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी भी उनको खुली छूट दे रखे हैं. उनका आधा से अधिक काम वही अनधिकृत लोग करते हैं.

सदर अस्पताल में गोलीबारी घटना की हो सकती है पुनरावृत्ति

सदर अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड बिचौलियों का अड्डा बन गया है. यही कारण है कि यहां गोलीबारी तक की घटना हो चुकी है. कई बार चिकित्सक व बिचौलियों के बीच मारपीट तक की घटना हो चुकी है. 27 अप्रैल, 2022 को सदर अस्पताल में दलाली को लेकर दो गुट आमने-सामने हो गये थे और जमकर मारपीट की घटना हुई थी. बाद में एक चिकित्सक के बुलावे पर अपराधियों का दल आया और सदर अस्पताल के अंदर व बाहर दवा दुकान पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था.

बिचौलिया से मरीज के परिजन परेशान

प्राथमिकी तक दर्ज हुई और मुंगेर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में आंदोलन तक हुआ था. पर, बाद में मामला शांत हो गया. पिछले दिनों भी एक निजी नर्सिंग होम के तथाकथित संचालक ने अपने गुर्गे के साथ नाइट ड्यूटी में तैनात चिकित्सक के साथ हाथापायी कर दी थी, क्योंकि चिकित्सक का उस नर्सिंग होम में मरीज भेजने का समझौता था और उसने दूसरे नर्सिंग होम में मरीज को भेज दिया था. बुधवार की रात भी बिचौलिया, मरीज और चिकित्सक आपस में भिड़ गये. पुलिस पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ था.

बिचौलियों के झांसे में न आएं : सीएस

सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि अस्पताल से मरीजों को निजी नर्सिंग होम रेफर नहीं किया जाता है. अस्पताल के बाहर निजी एंबुलेंस नहीं लगाया जाना है. बाहर निजी एंबुलेंस खड़े करनेवालों पर कार्रवाई करने के लिए एसपी से अनुरोध किया जाएगा. यदि वार्डों में बाहरी व्यक्ति रहते हैं, तो सीसीटीवी से उनकी पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सीएस ने लोगों से अपील की है कि वे जागरूक हों और बिचौलियों के झांसे में नहीं आएं.

Also Read: Road Accident: जहानाबाद में दो सगे भाइयों को वाहन ने कुचला, मौके पर दर्दनाक मौत, मां गंभीर रूप से घायल

Radheshyam Kushwaha
Radheshyam Kushwaha
पत्रकारिता की क्षेत्र में 12 साल का अनुभव है. इस सफर की शुरुआत राज एक्सप्रेस न्यूज पेपर भोपाल से की. यहां से आगे बढ़ते हुए समय जगत, राजस्थान पत्रिका, हिंदुस्तान न्यूज पेपर के बाद वर्तमान में प्रभात खबर के डिजिटल विभाग में बिहार डेस्क पर कार्यरत है. लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ सीखने की कोशिश करते है. धर्म, राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों को पढ़ते लिखते रहते है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel