Bihar News: मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में इस बार चैती छठ महापर्व की विशेष धूम है, जहां 30 बंदी पूरी श्रद्धा के साथ इस पावन पर्व को मना रहे हैं. इनमें 19 महिलाएं और 11 पुरुष शामिल हैं. कारा प्रशासन ने छठ व्रतियों के लिए विशेष व्यवस्था की है, जिसमें पूजन सामग्री और वस्त्रों का वितरण किया गया. महिला व्रतियों को नई साड़ियां भी भेंट की गईं, जिससे वे पूरे विधि-विधान से इस महापर्व का पालन कर सकें.
खरना के साथ शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला उपवास
चार दिवसीय छठ महापर्व का आज दूसरा दिन है, जिसे श्रद्धालु भक्ति-भाव से मना रहे हैं. आज खरना पूजा के बाद व्रतियों का 36 घंटे का कठिन निर्जला उपवास प्रारंभ होगा. इस अवसर पर पूरे माहौल में भक्तिमय उत्साह देखने को मिल रहा है.
चार दिवसीय अनुष्ठान का विशेष महत्व
चैती छठ महापर्व 1 अप्रैल को नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हुआ। आज खरना के दिन व्रतियों द्वारा गुड़-चावल की खीर, रोटी और फल का सेवन किया जाता है. इसके बाद वे 36 घंटे तक बिना जल ग्रहण किए व्रत रखेंगे. 3 अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा, जबकि 4 अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत पूर्ण होगा.
छठ महापर्व की पवित्रता और स्वच्छता का महत्व
चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सप्तमी तिथि तक चलने वाले इस व्रत में स्वच्छता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है. यह महापर्व भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित होता है, जिसमें श्रद्धालु नदियों, तालाबों और जलाशयों के किनारे विधिपूर्वक अर्घ्य देते हैं. इस पर्व के माध्यम से श्रद्धालु सूर्यदेव से ऊर्जा, आरोग्य और समृद्धि की कामना करते हैं.
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छठ व्रत की कठिन साधना और आस्था को देखते हुए प्रशासन द्वारा घाटों की सफाई, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि व्रतधारी बिना किसी कठिनाई के इस पावन अनुष्ठान को पूर्ण कर सकें.