::: सदर अस्पताल रोड के निर्माण में बरती जा रही है शिथिलता, टेंडर के एक महीने बाद भी काम शुरू नहीं
::: शहर की लाइफलाइन कही जाने वाली सड़कों की बदहाली पर नगर आयुक्त विक्रम विरकर का कड़ा एक्शन
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
नगर निगम ने सड़कों के निर्माण में लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. खासकर, सदर अस्पताल रोड से कंपनीबाग रेड सिग्नल और टाउन हॉल होते हुए नगर आयुक्त के आवास तक बनने वाली महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण में हीलाहवाली पर नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने कड़ा रुख अपनाया है. पिछले काफी समय से मुजफ्फरपुर की कई प्रमुख सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं, जिससे आम नागरिकों को हिचकोले खाते हुए सफर करना पड़ रहा है. बारिश के मौसम से पहले इन सड़कों का निर्माण कार्य पूरा होना बेहद जरूरी है, लेकिन संबंधित निर्माण एजेंसी की सुस्ती ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए निर्माण एजेंसी को सीधा फरमान जारी किया है.नगर आयुक्त ने संबंधित एजेंसी को 48 से 72 घंटे के भीतर सड़क निर्माण का कार्य हर हाल में शुरू करने का आदेश दिया है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि इस तय सीमा में काम शुरू नहीं किया गया, तो एजेंसी को तत्काल ब्लैकलिस्ट कर दिया जायेगा और उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी. नगर आयुक्त का कहना है कि बरसात से पहले सभी सड़कों का निर्माण पूरा होना अनिवार्य है. इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने संबंधित शाखा के प्रभारी को भी तत्काल प्रभाव से काम शुरू कराने का निर्देश दिया है.
तीन प्रमुख सड़कों का पहली बार होगा कालीकरण
सदर अस्पताल रोड के साथ-साथ मझौलिया और मिठनपुरा से बेला इमली चौक रोड का भी निर्माण होना है. यह पहली बार होगा जब नगर निगम इन तीनों सड़कों का कालीकरण करवायेगा, जिससे इन क्षेत्रों में यातायात सुगम हो सकेगा. वर्तमान में जर्जर चंद्रलोक ब्रिज मुहाने से लेकर गन्नीपुर रामदयालुनगर स्टेशन तक के रोड का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है.
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