वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
सड़कों की गुणवत्ता सुधार और उनके नियमित रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए पथ निर्माण विभाग ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस परफॉर्मेंस-बेस्ड रोड मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट (ओपीआरएमसी) प्रणाली के तहत सड़कों का मेंटेनेंस कराने की तैयारी में जुटा है. अगले फेज में इस प्रणाली में शामिल होने को लेकर तैयारी की जा रही है. इसके बाद दो डिविजन को मिला कर 770 किमी. सड़क के मेंटेनेंस का काम होगा. इसमें डिविजन-1 में सड़कों का दायरा 570 किमी. व डिविजन-2 में 200 किमी. सड़क है. पथ निर्माण विभाग के अनुसार ओपीआरएमसी प्रणाली के तहत, सड़कों के रखरखाव का जिम्मा निजी एजेंसियों को सौंपा जाता है. इन एजेंसियों को निश्चित समय सीमा के भीतर सड़कों की मरम्मत और रखरखाव का कार्य उच्च गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित करना होगा. इसके लिए उन्हें प्रदर्शन आधारित लक्ष्य दिए जाएंगे और भुगतान भी उनके प्रदर्शन के आधार पर ही किया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि इस प्रणाली के तहत सड़कों की नियमित निगरानी, समय पर मरम्मत, गड्ढों को भरना, पुल-पुलियों का रखरखाव और सड़क सुरक्षा संबंधी अन्य कार्य शामिल होंगे. आरसीडी-1 के कार्यपालक अभियंता गणेश जी ने बताया कि अगले फेज में इस प्रणाली में शामिल करने को लेकर तैयारी की जा रही है.सड़कें हमेशा अच्छी स्थिति में रहेंगी
इस प्रणाली को लागू करने का मुख्य उद्देश्य सड़कों के रखरखाव में लापरवाही को खत्म करना और यह सुनिश्चित करना है कि सड़कें हमेशा अच्छी स्थिति में रहें. अक्सर देखा जाता है कि पारंपरिक रखरखाव प्रणाली में फंड और मैनपावर की कमी के कारण सड़कों की मरम्मत में देरी होती है, जिससे वे जर्जर हो जाती हैं, और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है. ओपीआरएमसी प्रणाली इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने में मददगार साबित होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है