वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में सोमवार को कंपनीबाग स्थित टाउन हॉल सभागार में हुए हंगामे के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. घटना के लिए प्रांरभिक तौर पर दोषी कर्मियों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. वार्ड नंबर 28 के पार्षद व मेयर कैबिनेट के सदस्य राजीव कुमार पंकू की सीट से नेमप्लेट हटाने को लेकर कथित तौर पर दोषी ठहराये गये कर्मी अरुण कुमार सिंह को सामान्य शाखा से हटा दिया गया है. नगर आयुक्त के आदेशानुसार उप नगर आयुक्त सोनू कुमार राय ने अरुण कुमार सिंह को सामान्य शाखा से हटाकर नगर निगम कर्मियों के सातवें वेतनमान से संबंधित कार्य में लगा दिया है. यह कार्य उन्हें पटना में रहकर कराना होगा. सामान्य शाखा का संपूर्ण प्रभार अब लेखपाल राजीव रंजन को सौंपा गया है. इस कार्रवाई पर पार्षद राजीव कुमार पंकू ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कर्मियों की मनमानी और किसी के इशारे पर काम करने का यह परिणाम है. उन्होंने नगर आयुक्त के इस कदम को निगम कर्मियों की मनमानी पर एक तरह का ””सर्जिकल स्ट्राइक”” बताया. आदर्श पार्षद संघ की मनोनीत अध्यक्ष अर्चना पंडित ने भी इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि पार्षदों के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले कर्मियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. प्रशासन का यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मददगार साबित हो सकता है. बॉक्स ::: मेयर की कुर्सी व नेम प्लेट के साथ भी हो चुका है ””खेला”” नगर निगम में कुर्सी व नेम प्लेट इधर से उधर करने का खेला कोई पहली बार नहीं हुआ है. तत्कालीन नगर आयुक्त नवीन कुमार के कार्यकाल के दौरान भी मेयर निर्मला साहू की कुर्सी व नेम प्लेट को इधर से उधर कर दिया गया था. तब निगम बोर्ड मीटिंग में काफी हंगामा व बवाल हुआ था. इसके बाद इस मामले में तत्कालीन नगर आयुक्त ने 24 घंटे के भीतर दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निगम ऑफिस से सीधे पार्क व ऑडिटोरियम की निगरानी के लिए भेज दिया था.
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