वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले में जहां एइएस से पीड़ित बच्चों को बचाने में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगी है, वहीं सदर अस्पताल के एमसीएच में एइएस को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है. बस कागजों पर ही एइएस वार्ड और उसकी तैयारी को दिखा दिया गया है. सीएस एमसीएच में निरीक्षण करने जब पहुंचे तो इस बात का खुलासा हुआ कि कागजों में ही एइएस वार्ड बना है. हकीकत यह है कि न एसी लगायी गयी है और न ही वार्ड ही तैयार है. एमसीएच के शिशु वार्ड में तो रातों को डॉक्टर भी मौजूद नहीं रहते हैं. सीएस ने डॉक्टर के नहीं रहने पर स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही अधीक्षक को व्यवस्था में सुधार करने को कहा है. एमसीएच में 33 जीएनएम, 13 महिला डॉक्टर हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है