-फरवरी में शुरू हुआ था केस
-अबतक पांच मामले आ चुके-बोचहा के बच्चे में हुई है पुष्टिमुजफ्फरपुर.
गर्मी अब असर दिखाने लगी है. एइएस की चपेट में एक और बच्चा आ गया है. फरवरी में शुरू हुए केस के बाद अब तक पांच मामले में आ चुके हैं. बोचहा के बच्चे में इसबार बीमारी की पुष्टि हुई है. एइएस के केस मुशहरी में दो, कुढ़नी, पारू व बोचहा में एक-एक मिले हैं.बोचहां के झपहां बेलहिया निवासी संजीव कुमार राय के चार साल के बेटे श्रवण कुमार को चमकी की शिकायत के बाद 17 मार्च को एसकेएमसीएच के पीकू में भर्ती किया गया था. सैंपल जांच के लिए लैब में भेजा गया था. जांच रिपोर्ट आने के बाद एइएस की पुष्टि हुई है. बच्चे में एइएस का कारण हाइपोग्लाइसीमिया बताया गया है. हालांकि, बच्चे की स्थिति में सुधार है. उसे 19 मार्च को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी है. इसकी पुष्टि एसकेएमसीएच अधीक्षक प्रो कुमारी विभा ने की.
शिशु रोग विशेषज्ञ सह उपाधीक्षक डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया है कि जब-जब उमस भरी गर्मी पड़ती हैं तब-तब बच्चे बीमारी के शिकार होते हैं. बच्चे को खाली पेट नहीं सोने दें. धूप में बच्चों को खेलने नहीं दें. ताजा भोजन बच्चों को कराया जाना चाहिये. एसकेएमसीएच में अबतक पांच बच्चे बीमार होकर इलाज के लिए पहुंच चुके हैं. इलाज के दौरान एक भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. सभी की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी है.अप्रैल में आयेगी निम्हांस की टीम
मुजफ्फरपुर.
एइएस पीड़ित बच्चों काे देखने के लिए निम्हांस की टीम अप्रैल में आयेगी. यह टीम पांच प्रखंडों में कैंप करेगी. टीम उन बच्चों के घर पर जायेगी जो पिछले दो सालों में एइएस की चपेट में आये हैं. इसके लिए टीम ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक से एइएस पीड़ित बच्चों की डिटेल मांगी है. वहीं किस प्रखंड में कितने बच्चे पीड़ित हुए है, उसका भी ब्योरा मांगा है. जो बच्चे पीकू में भर्ती होंगे, उनका ब्लड टेस्ट व रीढ़ से पानी लेकर उसे टेस्ट के लिए ले जायेगी. लैब टेस्ट के रिपोर्ट के आधार पर तय हो सकेगा कि बच्चे किन कारणों से पीड़ित हो रहे हैं. इधर निम्हांस की टीम वर्ष 2020 के जनवरी में आकर जायजा ली थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है