Muzaffarpur News: सदर अस्पताल में प्रसव के लिए आयी महिलाओं को कुछ आशा यहां से ले जाकर निजी अस्पताल में भर्ती करा रही है. इस एवज में उन्हें निजी अस्पताल से कमीशन मिलता है. आशा महिलाओं के परिजनों को बताती हैं कि यहा बच्चे का जन्म होगा तो खतरा है. यहां के डॉक्टर अच्छी तरह से प्रसव नहीं करा पाते हैं. आप अब खुद ही सोच लीजिये कि क्या करना है. आशा की बात सुनकर गर्भवतियों के परिजनों में भी डर पैदा हो जाता है और वह उसे वहां से निजी अस्पताल में ले जाने के लिए तैयार हो जाते हैं. उन अस्पतालों में आशा का कमीशन तय है. इसका खुलासा सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार की जांच से हुआ है.
अस्पताल कैंपस में आकर लौट जा रही महिलाएं
प्रसव के लिए आयी महिलाएं अस्पताल कैंपस से वापस लौट रही है. आशा को जैसे ही पता चलता है कि उसके क्षेत्र से कोई गर्भवती महिला अस्पताल में प्रसव कराने गयी है तो वह तुरंत उसके परिजनों को फोन कर वहां से लौटने की बात कहती है. पिछले तीन-चार दिनों में कई महिलाएं अस्पताल कैंपस से वापस लौटी है. सदर अस्पताल के एमसीएच में नॉर्मल डिलेवरी से लेकर सिजेरियन तक की सुविधा उपलब्ध है. यहां डॉक्टर भी नियुक्त हैं. बावजूद कमीशन के चक्कर में यहां से मरीजों को भ्रमित किया जा रहा है.
क्या बोले सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने बताया कि जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि कुछ आशा यहां से प्रसव के लिए आयी महिलाओं को निजी अस्पताल में ले जा रही हैं. इसकी जांच का निर्देश दिया गया है. अस्पताल मैनेजर को ऐसी आशा को चिह्नित करने को कहा गया है. जांच के बाद उस पर कार्रवाई होगी.
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