Bihar Crime: मुजफ्फरपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां अहियापुर जीरो माइल से लापता छात्र अभिषेक कुमार का शव मोतीपुर के कोदरिया बूढ़ी गंडक नदी से बुधवार को बरामद हुआ. अभिषेक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. शव की हालत इतनी भयावह थी कि पहचान पाना भी मुश्किल था. अपराधियों ने पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर तेजाब डाल दिया, हाथ-पैर बांध दिए, आंखें निकाल दी और यहां तक कि पैर के नाखून भी उखाड़ दिए गए थे.
पढ़ाई के लिए मुजफ्फरपुर में रह रहा था छात्र
जानकारी के अनुसार, अभिषेक कुमार, पूर्वी चंपारण जिले के राजेपुर प्रखंड स्थित रानीपट्टी गांव का रहने वाला था. वह पढ़ाई के लिए मुजफ्फरपुर के अहियापुर में किराए पर कमरा लेकर रह रहा था. उसके पिता विनोद राय ने बताया कि अभिषेक गांव के ही नीतीश कुमार के साथ रहता था. 23 जून की रात 9:30 बजे पिता से उसकी आखिरी बार बातचीत हुई थी. अगली सुबह से उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा. जब नीतीश से संपर्क किया गया तो उसने बताया कि आयुष नाम का युवक अभिषेक को पार्टी में ले गया था, जिसके बाद वह नहीं लौटा.
उधार के पैसे नहीं लौटाने पर हुई हत्या
परिजनों का आरोप है कि छह महीने पहले आरोपी आयुष ने अभिषेक से होटल खोलने के लिए पांच लाख रुपये उधार लिए थे. SKMCH के पास ‘तलब’ नाम से हुक्का बार और चाय दुकान खोली गई थी. जब अभिषेक ने पैसे की वापसी के लिए दबाव बनाना शुरू किया, तो आयुष ने हत्या की साजिश रची. पहले होटल में भोजन करवाया, फिर अपने साथियों के साथ मिलकर गाड़ी में बैठाकर ले गया और बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद शव को नदी में फेंक दिया.
FSL जांच और छापेमारी जारी
एसडीपीओ टाउन 2 विनीता सिन्हा ने पुष्टि की है कि शव पर तेजाब डाला गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और FSL की टीम को बुलाया गया है. फिलहाल पुलिस आरोपी आयुष और उसके परिवार के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. अभिषेक के एक आरोपी चचेरे चाचा रवि रंजन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शेष आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने की बात कही गई है.