Bihar News: मुजफ्फरपुर के बहुप्रतीक्षित अखाड़ाघाट फोरलेन पुल निर्माण कार्य की शुरुआत रविवार से हो गई है. बूढ़ी गंडक नदी पर बन रहे इस पुल के लिए नदी के भीतर चार और दोनों किनारों पर एक-एक कुल छह पिलर गाड़े जा रहे हैं. रविवार को प्रथम पिलर गाड़ने का काम करीब 80 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है, जबकि शेष काम आज संपन्न होने की संभावना है. एजेंसी द्वारा पिलर का जाल तैयार कर नदी में गाड़ा जा रहा है, जिसे ढलाई के बाद अगला पिलर गाड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
मानसून से पहले पिलर का काम खत्म करने का लक्ष्य
पुल निर्माण को लेकर बरसात से पहले पिलर गाड़ने का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. पुल निर्माण निगम लिमिटेड की वरीय परियोजना अभियंता ई. रूबी रानी ने बताया कि पुल निर्माण कार्य को 2027 तक पूर्ण कर चालू कर देना लक्ष्य है. तेजी से हो रहे काम को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर पुल बनकर तैयार हो जाएगा.
52 करोड़ की लागत से बन रहा पुल
इस फोरलेन पुल पर कुल अनुमानित लागत लगभग 52 करोड़ रुपये है. कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए हर दिन की प्रगति की मानिटरिंग की जा रही है. एजेंसी से रोजाना कार्य का अपडेट लिया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की रुकावट से बचा जा सके. पुल के बन जाने से अखाड़ाघाट क्षेत्र में लगने वाले जाम की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी.
एप्रोच पथ निर्माण में नहीं आएगी बाधा
ई. रूबी रानी ने बताया कि एप्रोच पथ निर्माण के लिए न्यूनतम निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया है. इसके लिए सामाजिक प्रभाव का आकलन भी पूरा हो चुका है. जिन रैयतों की भूमि अधिग्रहीत हुई है, उनके दस्तावेज अपडेट कर मुआवजे का भुगतान जल्द शुरू किया जाएगा. एप्रोच पथ के लिए एक एकड़ से अधिक सरकारी भूमि पहले ही हस्तांतरित की जा चुकी है. हालांकि कुछ जगहों पर अतिक्रमण की समस्या है, जिसे जल्द समाप्त किया जाएगा.