वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू से पीड़ित होकर स्वस्थ हुए मरीजों के शरीर में खून नहीं बन रहा है. साथ ही वह बुखार से पीड़ित भी हो रहे हैं. इधर, जो बच्चे डेंगू से पीड़ित हुए हैं, उन्हें भी सांस की बीमारी हो रही है. सदर अस्पताल में इलाज कराने आ रहे मरीज चिकित्सक को पहले डेंगू होने की बात कह रहे हैं. इधर, डेंगू से पीड़ित होने वाले बच्चों में तेज बुखार आ रहा है. शरीर में अकड़न के साथ कई और दिक्कतें हो रही है. बच्चों को बुखार आने पर उनका हीमोग्लोबिन चिकित्सक जांच कराने की बात कह रहे हैं. आने वाले मरीजों में बुखार के दौरान प्लेटलेट्स घटने से ज्यादा खतरा हीमोग्लोबिन बढ़ने से हो रही है. बच्चों में कैपलरी लीकेज की शिकायत अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ के पास आ रही है. जबकि शरीर में खून की कमी की शिकायत मेडिसिन विभाग के ओपीडी में आ रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ चिन्मयी शर्मा की मानें तो हीमोग्लोबिन बढ़ जाना शरीर के लिये फायदेमंद नहीं हैं. हीमोग्लोबिन बढ़ना मरीज के लिए खतरे की घंटी है. दरअसल, मरीज का खून गाढ़ा हो रहा होता है. अगर सही समय पर इलाज नहीं मिला तो परेशानी हो सकती है.
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