माधव – 9 से 14
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुरबेला स्थित बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) के फेज-2 में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गयी है. औद्योगिक क्षेत्र की बाउंड्री कई जगहों पर टूटी हुई है, जिससे इसकी सुरक्षा खतरे में है. 16 किलोमीटर के इस बड़े औद्योगिक क्षेत्र में हर आधे से एक किलोमीटर पर बाउंड्री को तोड़कर अतिक्रमण कर लिया गया है. इसके कारण यह क्षेत्र पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है.
अतिक्रमण का बोलबाला
– बियाडा फेज-2 की बाउंड्री को कई जगहों पर तोड़कर अतिक्रमण किया है.
– तोड़ी गई जगहों का इस्तेमाल कहीं दुकानें बनाने के लिए तो कहीं आने-जाने के रास्ते के रूप में हो रहा है.– इस अतिक्रमण के कारण औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा में सेंध लग गई है.
सामान की हेराफेरी
– चहारदीवारी में बड़े-बड़े सुराग कर दिये गये हैं, जिनसे सामान की हेराफेरी का भी मामला सामने आया है.
– कई जगहों पर दीवार पर सीढ़ी लगाकर लोग अंदर-बाहर आते-जाते हैं, जो अवैध गतिविधियों की आशंका को बढ़ाता है.– औद्योगिक क्षेत्र से सामान की चोरी और अवैध तरीके से बाहर ले जाने की घटनाएं बढ़ सकती हैं.
प्रशासनिक अनदेखी
– यह सब कुछ सबके सामने हो रहा है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
– सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए न तो बियाडा और न ही स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम उठाया गया है.– औद्योगिक क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक उदासीनता चौंकाने वाली है.
उद्योगों की सुरक्षा खतरे में
– यह स्थिति औद्योगिक इकाइयों के लिए एक बड़ा खतरा है, क्योंकि इससे चोरी, तोड़ फोड़ और अन्य आपराधिक गतिविधियों की आशंका बढ़ जाती है.
– इससे न केवल वर्तमान उद्योगों को नुकसान हो रहा है, बल्कि नए निवेशकों को भी यहां निवेश करने से पहले सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा.– सुरक्षा की यह कमी मुजफ्फरपुर को औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित करने की कोशिशों पर पानी फेर सकती है.
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