वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर गर्मी अपने तेवर को रोज बढ़ा रही है तो दूसरी ओर पीने के पानी के लिए बना सिस्टम खराब पड़ा हुआ है. इमली-चट्टी बिहार राज्य पथ परिवहन निगम लिमिटेड (बीएसआरटीसी) के कैंपस में यात्रियों के लिए पीने के पानी का संकट है. नलके सूखे हुए हैं और जो वाटर एटीएम लगा है उसका ग्रिल भी बंद है. इस सरकारी बस स्टैंड से प्रतिदिन करीब सवा सौ से अधिक बस उत्तर बिहार के विभिन्न जिले पटना, मोतिहारी, बेतिया, दरभंगा, मधुनबी, गोपालगंज, सीतामढ़ी व शिवहर जिले के खुलती है. रेलवे स्टेशन से सटे होने के कारण और निजी बस की तुलना में किराया कम होने से यहां यात्रियों की संख्या अच्छी खासी रहती है. पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी में नौकरी करने वाले लोग भी प्रतिदिन इसी स्टैंड से बस पकड़ अपने दफ्तार आते और जाते है. इस कारण इस स्टैंड में यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ जमी रहती है. हाल के कुछ महीनों में बहुत सी नयी बसें भी डिपो में आयी और 50 से अधिक बस आने वाली है. ऐसे में पहले की तुलना में यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी. लेकिन यहां पीने के पानी का संकट है. बहुत ऐसे यात्री होते है जो पानी खरीदकर नहीं पी सकते है. तो उन्हें इधर उधर भटकना पड़ता है, जबकि पीने के पानी के सिस्टम को समय समय पर दुरुस्त रखने की आवश्यकता है. यात्रियों ने बताया कि एक तो पीने का पानी नहीं है, ऊपर जहां नल लगा है उसमें बहुत गंदगी फैली है, अगर सफाई नहीं रहेगी तो कौन उस नलके पर जाकर पानी पीने जायेगा. नल चालू करने के साथ वहां सफाई की भी आवश्यकता है. इधर इस संबंध में बीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष कुमार ने बताया कि दो बोरिंग है जो दो तीन पहले ही खराब हुए. एक बोरिंग को किसी तरह चालू किया गया, दूसरे बोरिंग को ठीक कराया जा रहा है. यात्रियों की भीड़ अधिक होती है तो उसी में कुछ यात्री पानी पीने वाले जगह में गुटखा पान थूक देते है. कोई बोलता है तो उससे लड़ने लगते है. वाटर एटीएम का नल भी लोग चुरा लेते है. नगर आयुक्त से मिलकर शीघ्र बोरिंग को चालू कराया जायेगा और नियमित सफाई की व्यवस्था करायी जायेगी. साथ ही यात्रियों से भी अनुरोध है कि वह पीने के पानी वाले जगह पर थूक फेंककर गंदगी ना फैलाये. सफाई रहेगी तो उन्हें ही पानी पीने में सहूलियत होगी.
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