दिल्ली से बैठकर आ रहे थे 12 से ज्यादा मुसाफिर
यात्रा के लिए प्रत्येक यात्री से लिये थे 1500 रुपयेवरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
आनंद विहार से मुजफ्फरपुर आने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस में पेंट्रीकार में अवैध रूप से यात्रियों को ले आने का खुलासा हुआ है. राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की छापेमारी में यह मामला पकड़ा गया है. जीआरपी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि टीम को पहले ही मोतीपुर भेजा गया था. 12558 सप्तक्रांति एक्सप्रेस में जीआरपी ने जांच की, तो पेंट्रीकार में एक दर्जन लोग अवैध रूप से बैठे हुए थे. सभी दिल्ली से आ रहे थे. जीआरपी के अनुसार सभी ने बताया कि प्रत्येक यात्री से 1500 रुपये ले कर बैठाया गया है. जिसका जीआरपी ने साक्ष्य तैयार किया.यात्रियों का फाइन नहीं हो सका
टीटीइ के नहीं होने से संबंधित यात्रियों का फाइन नहीं हो सका. जीआरपी ने पेंट्रीकार से सभी अवैध यात्रियों को बाहर निकाला और उनसे पूछताछ की. साथ ही, जीआरपी थानाध्यक्ष ने बताया कि इस संदर्भ में पूर्व मध्य रेल से लेकर सोनपुर मंडल व विभाग रिपोर्ट की जायेगी. इसमें शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गयी है. मामले में पेंट्रीकार के सभी मैनेजरों से भी पूछताछ होगी.रेलवे के राजस्व का लग रह चूना
पेंट्रीकार, जो कि ट्रेन में भोजन बनाने और परोसने के लिए एक कोच होता है, उसमें यात्रियों को इस तरह से भरकर ले जाना सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है. ऊपर से रेलवे के राजस्व को भी चूना लग रहा है. इस घटना ने रेलवे प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं. एक पेंट्रीकार में यात्रियों को कैसे चढ़ने दिया गया, यह जांच का विषय है. यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है