: राजन साह ने संदिग्धों के नार्को टेस्ट कराने का किया है मांग : सीबीआइ ढाई साल से कर रही खुशी अपहरण कांड की जांच : अपहृत खुशी के बारे में सीबीआइ को नहीं मिल रहा कोई सुराग संवाददाता, मुजफ्फरपुर शहर की चर्चित छह वर्षीय खुशी अपहरण कांड में सीबीआइ की जांच लगातार जारी है. सीबीआइ ने खुशी के पिता राजन साह को गुरुवार को पूछताछ के लिए पटना बुलाया है. संभावना है कि सीबीआइ राजन साह को केस में अनुसंधान से संबंधित कुछ अहम जानकारी दे सकते हैं. या फिर आगे की जांच को लेकर कुछ बिंदुओं पर जानकारी लेंगे. राजन साह का कहना है कि उसने पूर्व में ही सीबीआइ को नौ से अधिक संदिग्धों को नाम बताया है. सीबीआइ उनसे पूछताछ करके नॉर्को टेस्ट कराएगी तो जरूर उनकी बेटी के बारे में कुछ सुराग हासिल हो सकता है. खुशी अपहरण कांड में जेल से जमानत पर निकले अमन से पूछताछ करने के लिए सीबीआइ लगातार प्रयास कर रही है. इस कड़ी में केस के आइओ मुंबई भी पहुंचे थे. लेकिन, अब तक उसने पूछताछ नहीं हो पायी है. सीबीआइ खुशी की बरामदगी को लेकर हर छोटी से छोटी कड़ी को जोड़कर अनुसंधान कर रही है. जानकारी हो कि, ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक पमरिया टोला निवासी सब्जी कारोबारी राजन साह की पांच वर्षीय मासूम खुशी कुमारी का 16 फरवरी, 2021 को सरस्वती पूजा पंडाल से अपहरण कर लिया गया था. दो साल तक ब्रह्मपुरा पुलिस ने इस केस की जांच की. लेकिन, कुछ पता नहीं चल पाया. अमन को गिरफ्तार करके जेल भेज दी. दो संदिग्धों का नार्को टेस्ट भी कराया था. हाइकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआइ ने 17 अक्टूबर, 2022 के बाद केस का अनुसंधान शुरू किया. इस दौरान दर्जनों बार शहर में कैंप कर चुकी है. परिजन का बयान दर्ज करने के साथ- साथ कई संदिग्धों से पूछताछ की है. 17 मार्च, 2023 को सीबीआइ ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया. इसके साथ ही राजन साह का ब्रेन मैपिंग भी करायी. लेकिन, अब तक कोई सुराग नहीं मिला है.
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