:: नामांकन के लिए बनी कमेटी की बैठक में दूसरे दिन भी सीट बढ़ाने पर स्पष्ट नहीं हो सकी स्थिति
:: कई संबद्ध डिग्री कॉलेजों में अंगीभूत कॉलेजों से अधिक सीट निर्धारित, सीबीसीएस के अनुसार होगा निर्धारण
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में शुक्रवार को नामांकन के लिए गठित कमेटी की काफी देर तक चली बैठक के बाद भी सीटों पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सहा. अब कमेटी शनिवार को फिर से सीटों के निर्धारण को लेकर बैठेगी. उम्मीद है कि इन दिन सीटों की संख्या बढ़ेगी या नहीं इसपर स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. बैठक के दौरान कॉलेजों की ओर से सीट बढ़ाने को लेकर दिये गये आवेदनों की समीक्षा की गयी. इस दौरान पाया गया कि कई कॉलेज जिन्होंने सीट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. उनमें पिछले दो वर्षों में सीटें नहीं भर सकी हैं. ऐसे में इन कॉलेजों में सीटों की वृद्धि का कोई औचित्य नहीं है. साथ ही कमेटी के सदस्याें ने यह भी कहा कि कॉलेजों में तीन वर्षीय स्नातक कोर्स के अनुसार सीटों का निर्धारण है. सेमेस्टर सिस्टम और सीबीसीएस लागू होने के बाद पाठ्यक्रम में काफी बदलाव आया है. ऐसे में पूर्व निर्धारित पैटर्न पर कॉलेजों को सीट बढ़ाने की अनुमति नहीं दी जा सकती. कॉलेजों में आधारभूत संरचना, शिक्षकों की संख्या और अन्य सुविधाओं को देखने के बाद ही इसपर निर्णय लिया जा सकता है. नियमत: अंगीभूत कॉलजों में बिना प्रैक्टिकल वाले विषयों में 256 और प्रैक्टिकल वाले विषयों में 196 सीटें रह सकती हैं. कई संबद्ध डिग्री कॉलेज ऐसे हैं जहां पांच सौ से भी अधिक विद्यार्थियों का नामांकन एक विषय में है. ऐसे में अब सीटों की संख्या में वृद्धि पर कमेटी निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति में है. बैठक में अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो.आलोक प्रताप सिंह, कुलानुशासक प्रो.बीएस राय, सीनेट सदस्य सह पूर्व कॉलेज निरीक्षक प्रो.प्रमोद कुमार, यूएमआइएस कोआर्डिनेटर प्रो.टीके डे समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.सीटों के निर्धारण के बाद ही जारी होगी मेधा सूची
विश्वविद्यालय में सीटों के निर्धारण के बाद ही स्नातक में दाखिले के लिए पहली मेधा सूची जारी की जायेगी. सीटों पर निर्णय होने के बाद 30 जून तक पहली मेधा सूची जारी होने की उम्मीद है. इसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि 15 जुलाई से कॉलेजों में स्नातक के नये सत्र की कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा. कई कॉलेजों को नये सत्र के लिए मान्यता मिलने की उम्मीद है. ऐसे में उनके लिए फिर से पोर्टल खुल सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है