बिजली प्रीपेड मीटर में रिचार्ज फंसे तो कंट्रोल रूम के नंबर पर करे शिकायत
– यह नंबर केवल प्रीपेड मीटर रिचार्ज संबंधित शिकायत के लिए
– वर्किंग डेज में ऑफिस आवर में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक रहता चालू
– इसके अलावा बिजली कंपनी के टॉल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1912 पर कर सकते शिकायत
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
बिजली का प्रीपेड मीटर अभी तक पूरी तरह से लोगों की समझ में नहीं आ पाया है, इसका एक प्रमुख कारण बिजली कंपनी द्वारा सही से इस संबंध में जागरूकता नहीं फैलाने के कारण हुआ है. एक तो गर्मी बढ़ने पर बिजली की आवाजाही से उपभोक्ता परेशान हैं. ऊपर से बीते चार पांच दिनों से प्रीपेड मीटर रिचार्ज में पैसा फंसने की काफी शिकायत सामने आ रही है. बिजली कंपनी के अधिकारी सर्वर धीमा होने या इंटरनेट की समस्या बताकर पैसा वापस खाते में आने की बात कहते हैं. लेकिन समस्या यह है कि जब पूरी तरह से प्रीपेड मीटर लगा दिया गया और बिजली खपत का पैसा बिजली कंपनी एडवांस ले रही है तो उसी तरह सेवा भी पूरी तरह से दुरुस्त होनी चाहिए. बिजली कंपनी के लिए वह पांच सौ या एक हजार रुपया फंसा. ट्रांजेक्शन फेल होने पर पैसा वापस होगा, लेकिन कभी यह पैसा 48 घंटे में तो कई बार इस पैसा को वापस आने तीन चार दिन से अधिक का समय लग जाता है. एक सामान्य व्यक्ति का घर का बजट फिक्सड होता है. ऐसे में उनका पैसा फंसता है तो बिजली चालू करने के उन्हें दोबारा रिचार्ज करना पड़ता है. इसके लिए वह बिजली कंपनी के कार्यालय नहीं तो साइबर कैफे संचालक की मदद लेते हैं. साइबर कैफे वाले प्रति रिचार्ज कुछ शुल्क लेते हैं. उपभोक्ता प्रीपेड मीटर के संबंध में बिजली कंपनी द्वारा जारी टॉल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1912 पर कर सकते हैं. शहरी वन डिवीजन के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने बताया कि ऑफिस आवर में (सुबह 10 से शाम 5 बजे तक) इसके लिए रामदयालु सर्किल ऑफिस में लोकल मोबाइल नंबर 8700257077 जारी किया गया है. इस पर केवल प्रीपेड मीटर संबंधित शिकायत उपभाेक्ता कर सकते है. कभी कभी सर्वर में कुछ तकनीकी समस्या के कारण रिचार्ज फंसता है, लेकिन रिचार्ज सक्सेस नहीं होने पर राशि पुन वापस उपभोक्ता के खाते में चली जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है