वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-6 से लेकर प्लेटफॉर्म-1 तक नये सिरे से कॉपिंग वॉल का निर्माण किया जाएगा. यह निर्माण कार्य प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के लिए ट्रेन पकड़ने की प्रक्रिया को और भी सुगम और सुरक्षित बनाएगा. रेलवे अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के बीच इस परियोजना की विस्तृत योजना तैयार की जा चुकी है. यह निर्माण कार्य एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि दोनों प्लेटफॉर्मों को मिलाकर कॉपिंग एरिया का क्षेत्र काफी लंबा है. इस परियोजना के तहत, जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर स्थित तमाम रेलवे ऑफिस और आरपीएफ पोस्ट को नये बने कंबाइंड टर्मिनल बिल्डिंग में स्थानांतरित किया जाएगा. इस नये भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है. इन ऑफिसों के शिफ्ट होने के बाद, प्लेटफॉर्म-1 के मौजूदा हिस्से को तोड़ दिया जाएगा, जिसके बाद कॉपिंग वॉल का निर्माण कार्य शुरू होगा.कॉपिंग वॉल क्या है और इसके लाभ?
कॉपिंग वॉल, जिसे आम भाषा में प्लेटफॉर्म की दीवार के ऊपरी हिस्से की ढलाई या परत कह सकते हैं, एक सुरक्षात्मक और संरचनात्मक तत्व है. यह प्लेटफॉर्म के किनारे पर बनायी गयी एक उभरी हुई दीवार होती है, जो प्लेटफॉर्म के अंत को चिह्नित करती है और यात्रियों को ट्रैक पर गिरने से रोकती है. यह यात्रियों को प्लेटफॉर्म के किनारे से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का संकेत देती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है