कोरोना के जेएन-वन वैरिएंट से एक हफ्ते में हुई 31 मौत
देश में 257 लोग चपेट में, लक्षण दिखें तो डॉक्टर से मिलें
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगा है. सिंगापुर और हॉन्ग कॉन्ग के बाद भारत में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. इस बार कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए जेएन-वन वैरिएंट माना जा रहा है. यह ओमिक्रॉन का एक नया सब-वैरिएंट है, जिसने एशिया के कुछ देशों में संक्रमण बढ़ा दिया है. सिंगापुर में अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ी है और हॉन्ग कॉन्ग में भी मौतें हुई हैं, इसलिए दुनियाभर के वैज्ञानिक इस नए वैरिएंट पर नजर रख रहे हैं. भारत में वायरस के 257 एक्टिव केस बताए जा रहे हैं और दो लोगों की मौत भी हो गई है. इसे देखते हुए मुजफ्फरपुर में भी एहतियात बरतने के निर्देश दिये गये हैं. बताया जा रहा है कि इसके लक्षण कोरोना के अन्य वैरिएंट की तरह ही हैं लेकिन इसका सबसे आम लक्षण दस्त होना यानी डायरिया है.विदेश से आने वालों की सेहत जांचें
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी सिविल सर्जन को अलर्ट किया है कि अपने जिले में विदेश से आने वालों की सेहत पर नजर रखें. विदेश से जो लोग आये हैं, उनकी कोरोना जांच हुई है या नहीं, इसका ब्योरा लें. दक्षिण अफ्रीका‚ हॉन्ग कॉन्ग, ब्राज़ील, बांग्लादेश, यूनाइटेड किंगडम, न्यूजीलैंड और बेल्जियम जैसे देशों से आने वाले लोगों पर नजर रखें. इधर, सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा है कि अभी तक मुख्यालय से ऐसे प्रवासियों के बारे में सूचना नहीं दी गयी है, लेकिन अपने स्तर से हर प्रखंड के पीएचसी प्रभारियों को अलर्ट किया गया है कि वे विदेश से आने वालों के बारे में जानकारी लें और उनके घर टीम भेजकर जांच करा लें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है