::: 50 रुपये रोजाना के हिसाब से दैनिक वेतनभोगी कर्मियों की वृद्धि का मामला पहुंचा सरकार के पास, नगर आयुक्त ने पत्र लिखकर मांगा मार्गदर्शन
::: निगम कर्मचारी यूनियन की हुई आमसभा, दो को धरना प्रदर्शन के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
नगर निगम मुजफ्फरपुर में कर्मचारी के सातवें वेतनमान, पारिवारिक पेंशन एवं दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के पारिश्रमिक वृद्धि का मामला गरमा गया है. नगर निगम कर्मचारी यूनियन ने वेतन वृद्धि की मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं, दूसरी ओर नगर आयुक्त विक्रम विरकर इस गहमागहमी के बीच नगर विकास एवं आवास विभाग को पत्र लिखकर मार्गदर्शन की मांग करने के साथ खुद लंबी छुट्टी पर चले गये हैं. जिससे स्थिति और भी उलझ गयी है. हालांकि, शनिवार को हुई आमसभा के दौरान कर्मचारियों ने तीन जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. इस दौरान निगम का प्रशासनिक कार्य से लेकर साफ-सफाई व्यवस्था तक ठप रहेगा. इससे पूर्व दो जून को नगर निगम में कर्मचारी धरना-प्रदर्शन देंगे. बता दें कि निगम बोर्ड की मीटिंग के दौरान दैनिक वेतनभोगी सफाई कर्मियों को रोजाना के हिसाब से 50 रुपये की वृद्धि करने का फैसला लिया गया था. अविलंब लागू करने को कहा गया था. लेकिन, आज तक नगर निगम इसे लागू नहीं कर पाया है.पूर्व में कर्मचारी कर चुके हैं आंदोलन
नगर निगम कर्मचारी यूनियन ने 17 अप्रैल 2025 और 28 अप्रैल 2025 को संयुक्त संघर्ष मोर्चा के पत्रों का हवाला देते हुए बताया कि 01 जनवरी 2024 से दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के पारिश्रमिक में 50 रुपये की वृद्धि की मांग की गयी थी. इसके अतिरिक्त, कंप्यूटर ऑपरेटरों के पारिश्रमिक में भी 10 फीसदी बढ़ोतरी की मांग की गयी है. यूनियन का आरोप है कि पूर्व में दिये गये आश्वासन के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. यूनियन ने 10 मई को एक दिवसीय आंदोलन भी किया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है