विश्व पर्यावरण दिवस पर आज से पौधरोपण की शुरुआत
चार लाख दीदियों को एक-एक पौधे लगाने का दिया लक्ष्यवन विभाग मुफ्त में देगा नीम, शीशम सहित अन्य पौधेउपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
हरियाली से जिला संवरेगा. जीविका दीदियां चार लाख पौधे रोपेंगी. इसकी प्रतीकात्मक शुरुआत पर्यावरण दिवस से होगी, लेकिन यह अभियान जुलाई से शुरू होगा. यह पहल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जीविका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. प्रत्येक जीविका दीदी एक पौधा लगायेगी. इन पौधों में शीशम, सागवान, नीम जैसे छायादार व औषधीय महत्त्व के साथ ही फलदार पौधे भी होंगे.फलदार पौधे न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाएंगे, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए आय व पोषण का स्रोत भी बनेंगे. यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी. सबसे अहम बात ये है कि सभी पौधे वन विभाग शुल्क देगा. इससे जीविका दीदियों पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा और यह अभियान बड़े पैमाने पर सफल हो सकेगा.
तीन साल में जीविका ने लगाए 11 लाख पौधे
तीन वर्षों में जीविका ने जिले में 11 लाख पौधे लगाकर उपलब्धि हासिल की है. इन पौधों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जीविका दीदियों द्वारा इनकी नियमित रूप से देखरेख की जाती है. यह सुनिश्चित किया जाता है कि पौधे जीवित रहें और पनपें. इसी का परिणाम है कि इनमें से कई पौधों ने अब वृक्ष का रूप ले लिया है और सभी पौधे जीवित हैं. जीविका का यह मॉडल अन्य संगठनों के लिए एक प्रेरणा बन रहा है.48 नर्सरी, पांच लाख पौधे उत्पादित
पौधरोपण के अलावा जीविका जिले में 48 नर्सरी भी सफलतापूर्वक संचालित कर रही है. इन नर्सरियों का उद्देश्य पांच लाख पौधों का उत्पादन करना है. यह लक्ष्य न केवल जीविका के अपने पौधारोपण अभियान में मदद करेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर पौधों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा. इन उत्पादित पौधों की बिक्री वन विभाग और मनरेगा जैसी सरकारी योजनाओं के माध्यम से की जायेगी, जिससे जीविका दीदियों के लिए अतिरिक्त आय का स्रोत भी बनेगा. जीविका के सामाजिक विकास प्रबंधक मसरूर अहमद व संचार प्रबंधक राजीव रंजन ने बताया कि इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ दीदियों का आर्थिक सशक्तीकरण भी होगा.
=================जीविका ने इस बार बड़ी संख्या में पौधरोपण का लक्ष्य लिया है. 52 हजार समूह में पौधरोपण की तैयारी है. दीदियां इस बार जिले में चार लाख पौधे लगायेंगी. यह कार्य पूर्ण होने पर जिले में जीविका द्वारा पौधरोपण की संख्या 15 लाख हाे जायेगी. इससे जिले में पर्यावरण संरक्षित करने में बड़ी मदद मिलेगी.-अनीशा, डीपीएम, जीविका
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