::: सार्वजनिक नोटिस के बाद लौटे दो कर्मचारी, एक ने दोबारा नौकरी ज्वाइन कराने का आवेदन देते हुए कहा मुंबई चला गया था फिल्म की शूटिंग में काम करने
::: 15 दिनों का समय देते हुए नगर निगम करेगा बर्खास्तगी की कार्रवाई
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर नगर निगम में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आठ कर्मचारी नौकरी ज्वाइन करने के बाद पांच साल से अधिक समय से गायब हैं. इन सभी कर्मचारियों पर अब बर्खास्तगी की तलवार लटक गयी है और नगर निगम उन्हें लौटने का अंतिम मौका देने की तैयारी में है. मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने बताया कि गायब कर्मियों को 15 दिनों का अतिरिक्त समय दिया जायेगा, जिसके बाद एक माह के भीतर सभी को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जायेगी. इससे पहले भी नगर निगम की ओर से इन कर्मचारियों को सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया था. हालांकि, इस नोटिस का कोई खास असर नहीं हुआ. आठ में से केवल दो कर्मचारी ही वापस लौटे, जबकि शेष छह अभी भी लापता हैं. जो दो कर्मचारी लौटे हैं, उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने अपने आवेदन में दोबारा नौकरी पर योगदान देने की इच्छा जाहिर करते हुए बताया कि वे फिल्म की शूटिंग में काम करने के लिए मुंबई चले गये थे.बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद मिलता है वेतन
यह घटना नगर निगम में कर्मचारियों की उपस्थिति और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े करती है. बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रणाली लागू होने के बावजूद, इन कर्मचारियों का इतने लंबे समय तक अनुपस्थित रहना और इसका देर से संज्ञान लिया जाना चिंताजनक है. चूंकि बायोमेट्रिक अटेंडेंस से हाजिरी बनती है, इसलिए जो कर्मचारी गायब हैं, उन्हें वेतन भी नहीं मिल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है