मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले में भूमिहीनों को जमीन दिलाने में अंचलाधिकारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. 481 भूमिहीन परिवारों को पिछले आठ सालों से जमीन का इंतजार है, लेकिन उन्हें अब तक जमीन नहीं मिल पाई है. इस वजह से वे आवास योजनाओं का लाभ भी नहीं ले पा रहे हैं. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए सभी संबंधित अंचलाधिकारियों को तत्काल जमीन चिह्नित कर आवंटन करने का निर्देश दिया है. उन्होंने लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. बता दें कि 481 परिवार 2016-17 से जमीन के लिए इंतजार कर रहे हैं.जमीन न मिलने के कारण ये परिवार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजनाओं से वंचित हैं.डीएम ने अंचलाधिकारियों को तत्काल जमीन चिह्नित कर आवंटन करने का निर्देश दिया है. उप विकास आयुक्त ने लापरवाह अंचलाधिकारियों और प्रखंड विकास पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है.मुशहरी और कांटी में सबसे अधिक भूमिहीन परिवार है. मुशहरी में 188 और कांटी में 148 भूमिहीन परिवार हैं, जो सबसे अधिक संख्या है.
इन बिंदुओं पर मांगा जवाब
भूमि आवंटन में अंचल अधिकारियों की लापरवाही का क्या कारण है?
आठ वर्षों से लंबित इस मामले में पहले कार्रवाई क्यों नहीं हुई?भूमिहीनों को जमीन मिलने में और कितना समय लग सकता है?
इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी?आवास योजनाओं से वंचित परिवारों को कब तक लाभ मिलेगा?
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