मरीज को बाहर से दवा खरीदने की मजबूरी प्रतिनिधि, मुशहरी मुशहरी पीएचसी का भवन तो सीएचसी का बन गया है, लेकिन सरकार द्वारा अब तक सीएचसी का दर्जा नहीं दिया गया है. इस कारण न तो यहां चिकित्सकों की संख्या बढ़ी है और न कर्मियों की. पीएचसी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित मात्र चार चिकित्सक तैनात हैं, जिनमें से दो संविदा पर हैं. जरूरत होने पर यहां एपीएचसी के चिकित्सकों से काम लिया जा रहा है. साथ ही कई महत्वपूर्ण दवाएं मुशहरी पीएचसी में उपलब्ध नहीं है, जिससे मरीजों को परेशानी होती है़ इसमें कुत्ता काटने के बाद लगने वाली वैक्सीन, पेंटोपरा जोल, आयरन टेबलेट, फूलकोना जोल, एंटीबायोटिक आदि दवा कई सप्ताह से नहीं है, जिस कारण मरीज को बाहर से दवा खरीदने की मजबूरी है. स्टोर इंचार्ज अखिलेश कुमार ने बताया कि इंडेंट दिया जा चुका है़ जिले में ही दवा उपलब्ध नहीं है़ उम्मीद है कि जल्द उपलब्ध हो जायेगी. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रीति ने बताया कि इंडेंट भेजा जा चुका है़ जल्द दवा मिलने की संभावना है.
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