मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में निर्वाचन विभाग तेजी से जुट गया है. मतदाता सूची के बाद अब इवीएम की जांच का काम शुरू हो गया है. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, 25 मई से नए ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग शुरू होगी, जो 32 दिनों तक चलेगी. इस कार्य के लिए 25 इंजीनियरों की एक टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है. चुनाव से पहले एफएसएल (फर्स्ट लेवल सिक्योरिटी) किया जाता है, जिसके बाद रैंडम चेकिंग और राजनीतिक दलों के सामने मॉक पोल कराया जाता है. इस विधानसभा चुनाव में एम3 इवीएम का उपयोग किया जाएगा, जो पिछली ईवीएम की तुलना में अधिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है. इसमें अनधिकृत पहुंच और छेड़छाड़ को रोकने के लिए एन्क्रिप्शन और अन्य तकनीकी सुरक्षा उपाय शामिल हैं. एम3 ईवीएम में मतदाता की पहचान को और मजबूत करने के लिए वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) को एकीकृत किया जा सकता है. इसमें अधिक उम्मीदवारों और मतदाताओं के डेटा को स्टोर करने की क्षमता भी है. कर्मियों का बन रहा डाटाबेस इसके साथ ही, विधानसभा चुनाव के लिए कर्मियों का डाटाबेस भी तैयार किया जा रहा है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम ने कार्मिक कोषांग का गठन किया है, जिसमें 24 कर्मियों की तैनाती की गई है. सभी संबंधितों को तत्काल कोषांग में योगदान देने और डाटाबेस तैयार करने का कार्य शुरू करने का निर्देश दिया गया है. सभी कर्मियों की सूची प्राप्त कर, उसका मिलान करते हुए समय पर वितरण सुनिश्चित करने को कहा गया है, ताकि कर्मियों का डाटाबेस ऑनलाइन तैयार किया जा सके. चुनाव से पहले इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी त्रुटि को समय रहते सुधारा जा सके.
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