उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर आयकर की तरह व्यवसाय व नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को प्रोफेशनल टैक्स में भी छूट मिलनी चाहिये. इसकी मांग व्यवसायी संगठनों के अलावा टैक्स प्रोफेशनल भी कर रहे हैं. व्यवसायियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह 12 लाख तक के आय पर टैक्स की छूट दी है, उसी तरह प्रोफेशनल टैक्स पर भी छूट मिले. अबतक के नियम के अनुसार रजिस्टर्ड व्यवसायियों को 2500, तीन से पांच लाख तक की सालाना आयवालों को एक हजार, पांच से दस लाख तक दो हजार व दस लाख से अधिक की आय वाले नौकरी-पेशा वाले लोगों को 2500 प्रोफेशनल टैक्स देना पड़ता है. चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व महामंत्री सज्जन शर्मा व महामंत्री प्रमोद जाजोदिया ने कहा कि हमलोग बहुत पहले से प्रोफेशनल टैक्स को समाप्त करने की बात कर रहे थे. आयकर जैसे इसमें भी छूट मिलनी चाहिये. एक ओर नगर निगम पेशा कर ले रहा है तो प्रोफेशनल टैक्स लेने का कोई मतलब नहीं है. इसके लिए सूबे के कई मंत्रियों को ज्ञापन दिया गया है.
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